कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार (चार जून) को बताया कि वो उपनिषद और भगवद् गीता पढ़ रहे हैं। राहुल के इस हृदय परिवर्तन की वजह धार्मिक नहीं राजनीतिक है। राहुल के अनुसार वो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को जवाब देने के लिए हिंदू धर्मग्रंथों का अध्ययन कर रहे हैं। चेन्नई में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में राहुल ने कहा, “आजकल मैं उपनिषद और गीता पढ़ रहा हूं क्योंकि मैं आरएसएस और भाजपा से लड़ रहा हूं।”
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार कार्यक्रम में राहुल ने कहा, “मैं उनसे (आरएसएस) से पूछता हूं कि दोस्तों आप लोगों का शोषण कर रहे हैं लेकिन उपनिषद में लिखा है कि सभी लोग समान हैं तो आप अपने ही धर्म में लिखी बातों के खिलाफ कैसे जा सकते हैं।” रविवार को राहुल गांधी ने डीएमके प्रमुख करुणानिधि से मिलकर उन्हें उनके 94वें जन्मदिन की बधाई दी। रविवार को ही राहुल गांधी ने यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, जेडीयू नेता शरद यादव और सीपीआई के डी राजा के साथ मिलकर गुंटूर में एक रैली की।
राहुल ने आरोप लगाया कि बीजेपी भारत को समझती ही नहीं है, बीजेपी सिर्फ नागपुर ‘आरएसएस के मुख्यालय’को समझती है। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग समझते हैं कि दुनिया का सारा ज्ञान पीएम नरेंद्र मोदी से ही निकलता है। पहले भी बीजेपी आरएएसएस पर अपनी विचारधारा सौंपने का आरोप लगा चुके राहुल ने कहा कि देश के हर व्यक्ति को, चाहे वह तमिलनाडु का हो या फिर उत्तर प्रदेश का, विरोध का अधिकार है, अगर वो अपने आप को पीड़ित समझता है। राहुल ने कहा कि किसी भी विचारधारा को जबरन सौंपना स्वीकार्य नहीं है।
चेन्नई में राहुल गांधी ने तमिल कला, संस्कृति और साहित्य की तारीफ की। राहुल ने कहा कि उन्होंने फैसला किया है कि अब वो तमिल फिल्में देखेंगे और तमिल साहित्य के बारे में पढ़ेंगे। राहुल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कहा, “मैंने अपनी बहन को एक SMS भेजा और कहा कि मुझे तमिलनाडु आना अच्छा लगता है, मुझे पता नहीं लेकिन मैं यहां के लोगों से जुड़ा हुआ महसूस करता हूं।”
