सत्ता में आने के सौ दिनों के भीतर कालाधन भारत लाने का वादा निभाने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि प्रशासन एक कला है। इसके लिए धैर्य और गंभीरता की जरूरत होती है और भाजपा में ये गुण नहीं हैं।

पलामू जिले के पनकी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने भाजपा को याद दिलाया कि कालाधन लाने के मुद्दे पर वह किस तरह कांग्रेस की कोशिशों का मजाक उड़ाया करती थी पर अब भाजपा खुद विदेशी बैंकों में जमा कालाधन लाने में नाकाम है। यूपीए सरकार के दौरान कालाधन लाने में हुई देरी के लिए कूटनीतिक बाधाओं को जिम्मेदार करार देते हुए राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार अब उन्हीं समस्याओं की बातें कर रही है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि प्रशासन एक कला है। इसके लिए धैर्य व गंभीरता की जरूरत होती है। शासन जल्दबाजी में नहीं चलाया जाता। लेकिन भाजपा में इन गुणों की कमी है। स्वच्छ भारत अभियान के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि सफाई के मामले में अहम यह है कि लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाए, न कि हाथों में सिर्फ झाड़ू थमा दिए जाएं।

भाजपा पर छोटा नागपुर व संथाल परगने के काश्तकारी कानूनों में संशोधन की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस आदिवासियों की जमीनों का संरक्षण करने वाले इन कानूनों में किसी तरह का बदलाव नहीं होने देगी। राहुल ने कहा कि कांग्रेस झारखंड में कभी भी सीधेतौर पर सत्ता में नहीं रही। अलग झारखंड राज्य बनने के 14 सालों में राज्य में नौ साल भाजपा का शासन रहा है जिससे यहां भ्रष्टाचार बढ़ा।

राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सभी तबकों के लिए काम किया। हरित क्रांति, मनरेगा, आरटीआइ और महिला आरक्षण उनकी पार्टी की प्राथमिकता हैं क्योंकि कांग्रेस समाज के सभी तबकों को साथ लेकर चलने में विश्वास करती है। राहुल ने लातेहार जिले के मनिका में एक चुनावी सभा में कहा कि मनरेगा को कांग्रेस लेकर आई और यह अब बंद होने की कगार पर पहुंच गई है। नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह पूर्व की सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में कटौती का प्रयास कर रही है।

राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान को लेकर निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि वह केले में विटामिन और आयरन की मात्रा बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि गरीबों को फायदा मिल सके। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि फल सबके लिए होते हैं। वे गरीब या अमीर के लिए नहीं होते।