Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता उदित राज ने राहुल गांधी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी दूसरे अंबेडकर साबित होंगे। उदित राज के इस बयान को लेकर बीजेपी ने जोरदार हमला बोला है। बीजेपी ने इसे दलितों के साथ-साथ समाज सुधारक का अपमान बताया, जिन्हें संविधान का जनक कहा जाता है।
कांग्रेस नेता उदित राज ने शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘ओबीसी को सोचना पड़ेगा इतिहास बार बार प्रगति के लिए मौका नहीं देता । ताल कटोरा स्टेडियम के सम्मेलन में जो बात राहुल गांधी ने कही उस पर चल पड़ें और साथ दें । अगर ऐसा करते हैं तो इनके लिए राहुल गांधी दूसरा अंबेडकर साबित होंगे।’
उदित राज के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त देते हुए भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस दूसरे बी.आर. अंबेडकर की बात कर रही है, जबकि उसने कभी भी मूल अंबेडकर का सम्मान नहीं किया।
पूनावाला ने कहा, “दलितों और बीआर अंबेडकर का अपमान करना कांग्रेस की पहचान बन गई है। किसने “असली” अंबेडकर का अपमान किया? किसने उन्हें भारत रत्न नहीं दिया? किसने उनके संविधान को जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं होने दिया? किसने मुस्लिम आरक्षण की बात कही? किसने कहा कि आरक्षण बुरा है… जवाहरलाल नेहरू ने।”
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, “अब वे नेहरू या इंदिरा गांधी नहीं, बल्कि दूसरे अंबेडकर बनना चाहते हैं? इसका मतलब है कि गांधी परिवार स्वीकार कर रहा है कि नेहरू और इंदिरा गांधी गलत रास्ते पर थे… कांग्रेस केवल एक परिवार की पूजा करने में विश्वास करती है।”
बता दें, शुक्रवार को राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस नीत संप्रग के सत्ता में रहते हुए जाति जनगणना न कराना एक गलती थी और वह इसे सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, राहुल गांधी ने कहा था कि मैं अपने काम के बारे में सोचता हूं, कहां मैंने अच्छा किया और कहां कमज़ोर रहा, और मुझे दो-तीन चीज़ें नज़र आती हैं। भूमि अधिग्रहण विधेयक, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम, भोजन का अधिकार, जनजातीय विधेयक और नियमगिरि संघर्ष – ये सभी चीज़ें मैंने अच्छी तरह से कीं। जहां तक आदिवासियों, दलितों और महिलाओं के मुद्दों का सवाल है, मुझे वहां अच्छे अंक मिलने चाहिए। मैंने अच्छा काम किया।
रायबरेली से सांसद ने स्वीकार किया कि लेकिन कांग्रेस पार्टी और मेरे काम में एक कमी रह गई। मैंने ओबीसी समुदाय की उस तरह रक्षा नहीं की जैसी मुझे करनी चाहिए थी। इसकी वजह यह है कि मैं उस समय ओबीसी मुद्दों को गहराई से नहीं समझ पाया था। दस-पंद्रह साल पहले, मैं दलितों की मुश्किलों को समझता था। उनके मुद्दे तो दिखाई देते हैं, आसानी से समझ में आते हैं, लेकिन ओबीसी की समस्याएं छिपी रहती हैं। अगर मुझे उस समय आपके मुद्दों और समस्याओं के बारे में पता होता, तो मैं उसी समय जाति आधारित जनगणना करा लेता। यही मेरी गलती थी, जिसे मैं सुधारने जा रहा हूं। वहीं, राहुल गांधी ने कहा था कि मैं ओबीसी समाज की रक्षा नहीं कर पाया। पढ़ें…पूरी खबर।