कांग्रेस नेता राहुल गांधी अगले साल 12 जनवरी को भारत न्याय यात्रा निकालने जा रहे हैं। 14 राज्यों से निकलने वाली ये यात्रा उत्तर से पश्चिम की सियासत को साधने का काम करेगी। लेकिन इस बीच कई ऐसे राज्य भी पड़ने वाले हैं जहां पर कांग्रेस को अपनों से ही विरोध का सामना करना पड़ सकता है। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के लिए असहज स्थिति पैदा हो गई है, टीएमसी की तरफ से कई सवालों के बाण छोड़ दिए गए हैं।
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा है कि कांग्रेस को ये साफ करना चाहिए कि जब बंगाल से उसकी ये यात्रा निकलेगी, तब एजेंडा क्या रहने वाला है, वो बीजेपी के अत्याचारों के खिलाफ बोलने वाली है या फिर ममता बनर्जी का विरोध करेगी। पार्टी का तर्क ये है कि अधीर रंजन चौधरी जैसे नेता लगातार सीएम ममता का विरोध कर रहे हैं, तो उस स्थिति में क्या कांग्रेस हाईकमान भी वहीं रुख रखने वाला है।
जानकारी के लिए बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद भारत न्याय यात्रा निकाली जा रही है। इस यात्रा के बड़े मायने निकाले गए हैं, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले क्योंकि इसे लॉन्च किया जा रहा है. इसकी अहमियत और ज्यादा बढ़ गई है।