बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी की ओर से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की ब्रिटिश नागरिकता के बारे में दस्तावेज पेश किए जाने के बाद ब्रिटेन की ओर से स्पष्टकीरण सामने आया है। अंग्रेजी अखबार ईटी के मुताबिक, ब्रिटिश कंपनी हाउस (भारत के कंपनी रजिस्ट्रार के जैसा विभाग) के प्रतिनिधि ने कहा, ‘हो सकता है कि यह गलती इन्फॉरमेशन समिट करने वालों की तरफ से हुई हो। हम आमतौर पर यह देखते हैं कि सूचना और दस्तावेज सही हों, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं कर सकते हैं। हां, जो भी सूचना दी जाती है, उसे हम पब्लिक डोमेन में डाल देते हैं। हम कंपनी की ओर से किए गए दावे की गारंटी नहीं ले सकते।’
ब्रिटिश कंपनी हाउस के दावे से एक बात तो साफ हो गई है कि सुब्रमण्यम स्वामी ने जिस Backops Limited नाम की कंपनी के दस्तावेजों में राहुल गांधी को ब्रिटिश नागरिक के तौर पर दिखाए जाने की जो बात कही है, उससे पूरी तरह इनकार नहीं किया जा सकता है। हां, इतना जरूर है कि यह टाइपो हो सकता है या कुछ और?
सोमवार को बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोमवार को आरोप लगाया था कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ब्रिटिश अधिकारियों के सामने खुद के ब्रिटिश नागरिक होने का दावा किया। स्वामी ने इसके लिए राहुल की भारतीय नागरिकता तथा लोकसभा की सदस्यता छीने जाने की मांग की है। स्वामन ने ब्रिटेन के कंपनी कानून अधिकारियों से कथित तौर पर हासिल किए गए दस्तावेजों की कॉपी भी मीडिया में बांटी थीं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे एक पत्र में इसे संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन बताया और राहुल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
स्वामी ने कहा कि वह लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर सदन से उनकी सदस्यता छीनने के लिए या तो एक विशेष समिति का गठन करने या मामले को आचार समिति के पास भेजने की मांग करेंगे। दूसरी ओर कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने कहा, ‘हम नहीं जानते कि उन्होंने क्या कहा है, लेकिन जब कभी वह हाशिए पर चले जाते हैं तो उन्हें खबरों में बने रहने के लिए ऐसा करते रहते हैं।’

