राफेल विमान के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन आने से पहले सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं। भारतीय वयुसेना की अपील पर अंबाला पुलिस ने जिले में सुरक्षा कड़ी कर दी है। यहां किसी भी प्रकार की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर प्रतिबंध है। साथ ही अंबाला एयरबेस से सटे चार गांवों में धारा 144 लगा दी गई है।
फोटो और वीडियो पर प्रतिबंध लगाने से राफेल की रट लगा रहे टीवी चैनल्स अंबाला में राफेल की लैंडिंग नहीं दिखा पाएंगे। अंबाला के ट्रैफिक डीएसपी मुनीश सहगल ने बताया कि राफेल के लैंडिंग के समय लोगों की भीड़ छतों से फोटो वीडियो बनाने पर रोक है। पांच विमानों का पहली खेप सोमवार को फ्रांसीसी बंदरगाह शहर बोरदु में मेरिग्नैक एयरबेस से रवाना हुई। ये विमान लगभग सात हजार किलोमीटर का सफर तय करके बुधवार को अंबाला वासुसेना अड्डे पर पहुंचेंगे। इससे पहले ये केवल संयुक्त अरब अमीरात में रुके।
प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों ने विमान के आगमन की कवरेज के लिए मंगलवार को अंबाला पहुंचे। लेकिन उनके फोटो और वीडियो कवरेज की मनाही है। जगह-जगह पुलिस चौकियां स्थापित की गई हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्हें वायुसेना अधिकारियों से स्टेशन के करीब आने से रोकने के लिए अनुरोध किया गया है और यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था कि राफेल के आगमन के समय कोई ड्रोन नहीं उड़ाया जाए। वायु सेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल आर एस भदौरिया, अंबाला में बुधवार सुबह पांच विमानों के आगमन के दौरान मौजूद रहेंगे।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने मीडियाकर्मियों को बताया कि वायुसेना स्टेशन के आसपास के तीन किलोमीटर तक वायुसेना ने सुरक्षा घेरा बनाने की बात कही है।और यह भी सुनिश्चित करने के लिए कि वायुसेना स्टेशन से सटे घरों की छत से राफेल की कोई तस्वीर नहीं ली जाए। चंडीगढ़ में रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि राफेल्स के आगमन पर किसी भी प्रकार की कोई मीडिया बातचीत नहीं होनी है। उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि यह राष्ट्रीय मसला है और लोगों के लिए गर्व का पल है लेकिन फिलहाल फोटो वीडियो पर रोक है। हम बाद में फोटो और वीडियो मुहैया कराएंगे। अगस्त में इसकी औपचारिक प्रदर्शनी की जाएगी।