राफेल डील पर मची रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस मंगलवार (25 सितंबर) को इसे लेकर फिर आमने-सामने आ गईं। कांग्रेस ने दावा किया कि साल 2015 में इस सौदे के लिए कॉन्ट्रैक्ट फाइनल हो चुका था, जबकि पलटवार में बीजेपी बोली कि हथियार दलाल से रॉबर्ट वाड्रा के संबंध हैं। बता दें कि वाड्रा, गांधी परिवार के दामाद हैं। वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन प्रियंका के पति हैं।
कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “आठ अप्रैल 2015 को भारत के विदेश सचिव ने कहा था कि पीएम के फ्रांस दौरे के समय राफेल डील पर कोई चर्चा नहीं हुई थी। मगर पीएम ने 36 राफेल विमानों की डील के बारे में ऐलान कर दिया था, जबकि किसी को उसके बारे में जानकारी नहीं थी।”
उन्होंने आगे बताया, “पीएम ने जिस डील का ऐलान किया था, उसके बारे में मनोहर पर्रिकर, अरुण जेटली और निर्मला सीतारमण को भी पता नहीं था। सिर्फ दो लोगों को इसके बारे में पता था। पहले शख्स- फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद हैं, जबकि दूसरे खुद पीएम मोदी हैं।”
28 मार्च 2015 को रिलायंस डिफेंस लिमिटेड निगमित हुई, जबकि 25 मार्च को एरिक ट्रेपियर ने कहा था कि कॉन्ट्रैक्ट हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ फाइनल हो चुका था। 11 मार्च को एचएएल और डसॉल्ट ने बताया था उनके द्वारा तैयार किए गए राफेल के हिस्सों की गारंटी उन्हीं कंपनियों की होगी।
उधर, जवाब में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, “राफेल से जुड़े दस्तावेज रॉबर्ट वाड्रा के करीबी दोस्त संजय भंडारी से 2016 में छापेमारी के दौरान मिले थे। उसके पास इतने गोपनीय दस्तावेज कैसे पहुंचे? भंडारी की कंपनी ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशंस को मोदी सरकार ने 2014 में आगाह किया था।”
पात्रा के मुताबिक, “भंडारी को दो मेल भेजे गए थे। साथ में आठ लाख रुपए के ट्रैवल टिकट भी थे। वे वाड्रा के लिए थे। पहला मेल सात अगस्त 2017 को भेजा गया था, जिसमें वाड्रा के ट्रैवल प्लान का ब्यौरा था। उनकी फ्लाइट 13 अगस्त की थी, जिसका फ्लाइट नंबर- EK71 था।”
वहीं, बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने भी इस बाबत एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “भंडारी के ट्रैवल एजेंट ने वाड्रा के लिए टिकट बुक की थी। मगर डील में एचएएच को बाहर किया जा चुका था।” देखिए सबूत के रूप में उन्होंने टिकट की फोटोकॉपी भी ट्वीट की।
Sanjay Bhandari’s travel agent booked tickets for Robert Vadra just when Pilatus deal, in which HAL was ousted, was being negotiated to accommodate Rahul’s friend. Tickets
1) 13Aug2012 Flight No. E71
PNR EAMTVB
2) 17Aug2012, (LX) 563, Nice to Zurich#RahulThreatToNationalSecurity pic.twitter.com/UjTtZi7Pvy— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) September 25, 2018