प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन 14 अप्रैल 2022 को किया जायेगा। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बनाये गये इस संग्रहालय में भारत के अब तक के प्रधानमंत्रियों के काम की झलक होगी। इसे पहले नेहरू भवन कहा जाता था, हालांकि अब इसे इसी संग्रहालय में समाहित किया गया है। दरअसल पिछले महीने पीएम मोदी की अध्यक्षता में एक कैबिनेट बैठक हुई थी। जिसमें नेहरू संग्रहालय को पीएम म्यूजियम में बदलने पर फैसला लिया गया था।
बता दें कि इसका उद्घाटन 14 अप्रैल को किया जा रहा है। इसी दिन डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती भी मनाई जाती है। ऐसे में इस दिन इस संग्रहालय को देश को समर्पित किया जायेगा। गौरतलब है कि इसका उद्देश्य आम जनता तक संदेश देना है कि कैसे देश के प्रधानमंत्रियों ने तमाम चुनौतियों के बाद भी देश को आगे बढ़ाने का काम किया। इसमें बिना भेदभाव के सभी प्रधानमंत्रियों के कामों को प्रदर्शित किया जायेगा।
इसको लेकर हुई कैबिनेट बैठक में पीएम मोदी ने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान को स्वीकार करने के लिए इस कदम को सरकार ने उठाया है। हम सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान को मान्यता देना चाहते हैं। प्रधानमंत्री संग्रहालय में पूर्व प्रधानमंत्रियों के बारे में बहुमूल्य तथ्यों एकत्रित करने के लिए उनके परिवारों से भी संपर्क किया गया था।
इस संग्रहालय में महत्वपूर्ण पत्राचार, कुछ व्यक्तिगत वस्तुओं को भी दिखाया जायेगा। इसके अलावा प्रधानमंत्रियों से जुड़े उपहारों और यादगार वस्तुओं, सम्मान, सिक्के पदक, स्मारक टिकट आदि देखने को मिलेंगे। इसमें दिखाई जाने वाली जानकारी को दूरदर्शन, रक्षा मंत्रालय, मीडिया हाउस (भारतीय और विदेशी), फिल्म डिवीजन, संसद टीवी, प्रिंट मीडिया, के जरिए जुटाई गई है।
पीएम संग्रहालय में भारत के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर संविधान के निर्माण तक की जानकारी मिलेगी। संग्रहालय भवन की डिजाइन आज के भारत की कहानी से प्रेरित है। इसे नेताओं के हाथों का आकार दिया गया है। 10,491 वर्ग मीटर में बनाए गए इस संग्रहालय की संरचना टिकाऊ और ऊर्जा संरक्षण के लिहाज से है। खास बात यह कि इसके निर्माण में परिसर में किसी भी पेड़ को काटा या प्रत्यारोपित नहीं किया गया है।