छात्राओं की दिक्कतों और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ ने एक नई और विशेष पहल की है। यूनिवर्सिटी ने पीरियड्स के दौरान छात्राओं को एक दिन का अवकाश (menstrual leave) देने का फैसला किया है। यूनिवर्सिटी ने एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि इस अवकाश के साथ कुछ शर्तें भी होंगी। छात्राओं के लिए यह बड़ी राहत वाला फैसला है। यह अवकाश सिर्फ एक दिन के लिए होगा। इसके लिए नियमानुसार फार्म भरकर जमा करने पर अवकाश का एप्रुवल हो जाएगा। पूरे पंजाब में किसी भी यूनिवर्सिटी की ओर से इस तरह का अवकाश देने की पहल करने का यह पहला मामला है। यह व्यवस्था नए सत्र 2024-25 से लागू हो जाएगी।

परीक्षा के दौरान ऐसी सुविधा नहीं मिल सकेगी

कैलेंडर के हिसाब से छात्रा पीरियड्स के कारण महीने में एक दिन के अवकाश के लिए आवेदन कर सकेगी। हालांकि परीक्षा के दौरान इस तरह का अवकाश नहीं मिल सकेगा। अवकाश की अनुमति अध्यक्ष/निदेशक से ही मिल सकेगा। इसके लिए छात्रा को स्वयं और अनुपस्थिति के पांच कार्य दिवसों के भीतर अवकाश के लिए आवेदन करना होगा। इसके बाद छात्रों की अटेंडेंस और अवकाशों की जांच होगी। अवकाश किसी विशेष महीने के केवल एक दिन के लिए दी जाएगी। किसी भी कारणवर्ष पीरियड्स की अवकाश को बढ़ाया नहीं जा सकता है।

कोचीन यूनिवर्सिटी ने सबसे पहले यह व्यवस्था की थी

इस तरह का अवकाश देने की परिपाटी केरल की कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने शुरू की थी। वहां जनवरी 2023 से यह व्यवस्था चल रही है। इसके अलावा असम की गुवाहाटी यूनिवर्सिटी, हैदराबाद की नालसर यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ और असम की तेजपुर यूनिवर्सिटी भी ऐसा अवकाश देता है।

इसके पहले 19 जनवरी 2023 को केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सोशल मीडिया पर घोषणा की थी कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा विभाग के तहत सभी राज्य विश्वविद्यालयों में महिला छात्रों के लिए पीरियड अवकाश देगी। यह घोषणा कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (CUSAT) में छात्राओं की मांग पर अपनी सभी महिला छात्रों को पीरियड अवकाश देने का निर्णय लेने के तुरंत बाद आई थी। विजयन ने सरकार के फैसले को “जेंडर-जस्ट समाज को साकार करने की प्रतिबद्धता” का हिस्सा बताया है। सरकार के दावे से व्यापक बातचीत शुरू होनी चाहिए।