पंजाब के लुधियाना में अपने परिवार का गुजारा करने के लिए एक 10 साल के लड़के का मोज़े बेचने का एक वीडियो वायरल हो गया था। जिसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बच्चे को वीडियो कॉल किया और उसके परिवार के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की।
10 साल के वंश सिंह ने वीडियो में बताया कि उसने स्कूल की पढ़ाई बंद कर दी थी और अपने परिवार का पेट भरने के लिए उसने मोजे बेचना शुरू कर दिया था। उसने उसका वीडियो शूट करने वाले ग्राहक से 50 रुपये अतिरिक्त लेने से भी इनकार कर दिया। सीएम ने घोषणा की कि जिला प्रशासन द्वारा लड़के, वंश सिंह (10) को फिर से स्कूल में दाखिला दिया जाए। सीएम ने लड़के की शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की। इसके अलावा परिवार की मदद के लिए तत्काल 2 लाख रुपए दिए।
सीएम ने लुधियाना डीसी को निर्देश दिया कि वे वंश, जो कि एक स्कूल ड्रॉप-आउट है, को स्कूल में फिर से दाखिला दें। सीएम ने कहा कि लड़के की शिक्षा के लिए सभी तरह का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
Spoke on phone to young Vansh Singh, aged 10, a Class II dropout who’s video I saw selling socks at traffic crossing in Ludhiana. Have asked the DC to ensure he rejoins his school. Also announced an immediate financial assistance of Rs 2 lakhs to his family. pic.twitter.com/pnTdnftCDo
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) May 8, 2021
पंजाब के सीएम ने ट्विटर पर घोषणा की, “10 साल के नन्हे वंश सिंह से फोन पर बात की। वंश स्कूल ड्रॉपआउट है, जिसका वीडियो मैंने लुधियाना में ट्रैफिक क्रॉसिंग पर मोजे बेचते हुए देखा। मैंने डीसी से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि वह अपने स्कूल फिर से जाए। साथ ही, उनके परिवार को 2 लाख रुपये की तत्काल वित्तीय सहायता की घोषणा की।”
सीएम ने बताया कि वे लड़के के आत्मसम्मान और गरिमा से प्रभावित थे। दरअसल लड़के ने मोज़े की लागत से अधिक 50 रुपये दिए जाने पर पैसे लेने से मना कर दिया। लड़के का वीडियो सोशल मीडिया पर लाखों लोगों ने देखा। सोशल मीडिया यूजर्स ने लड़के की ईमानदारी और गरिमा की प्रशंसा की।
बता दें कि वंश के पिता परमजीत भी मोजे बेचते हैं और माता रानी गृहिणी हैं। वंश की तीन बहनें और एक बड़ा भाई है और परिवार लुधियाना के हैबोवाल इलाके में किराए के मकान में रहता है।