पंजाब में छेड़खानी के बाद सत्तारूढ़ बादल परिवार की बस से फेंक दिए जाने पर मर गयी किशोरी के परिवार ने तब तक उसका अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है जबतक प्रशासन मुआवजे और इस परिवहन कंपनी का परमिट रद्द करने की मांग पूरा नहीं करता।

किशोरी के परिवार के सदस्य कांग्रेस, आप समेत विभिन्न राजनीतिक दलों, कृषक एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ स्थानीय सिविल अस्पताल के सामने धरना पर बैठे हैं। इसी अस्पताल में किशोरी की मां का इलाज चल रहा है। किशोरी और उसकी मां को बस से फेंक दिया गया था। पटियाला के आप सांसद धर्मवीर गांधी भी यहां सिविल अस्पताल के बाहर प्रदर्शन में शामिल हो गए।

किशोरी के पिता सुखदेव सिंह ने कहा कि वे तबतक लड़की का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे जबकि उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं। इन मांगों में 50 लाख रुपया मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को रोजगार, घायल का मुफ्त इलाज और बस परिचालक ओरबिट एविएशन के बसों का रूट परमिट रद्द किया जाना शामिल हैं। ओरबिट एविएशन की बस में ही दो दिन पहले यह घटना घटी थी। लड़की का शव सिविल अस्पताल के शवगृह में रखा है।

बीकेयू (एकता) नेता सुखदेव सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारी किशोरी के परिवार की मांग का समर्थन करते हैं। फिरोजपुर रेंज के उपमहानिरीक्षक अमर सिंह चहल ने संवाददाताओं को बताया कि अंतिम संस्कार के लिए किशोरी के परिवार को मनाने के लिए वह उससे मिले लेकिन वह अपनी बात पर कायम है।

कल चार आरोपी गिरफ्तार किए गए और उन्हें न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी प्रतिमा महाजन की अदालत में पेश किया है। अदालत ने चारों को चार मई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।

मोगा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जे एस खेहरा ने बताया कि बस छेड़खानी कांड और एक अन्य कथित सामूहिक बलात्कार प्रकरण भी भी जांच चल रही है।

कांग्रेस और आप इन दोनों घटनाओं के खिलाफ मोगा के समीप बागापुराना में अलग अलग प्रदर्शन कर रही हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा और पूर्व सांसद जगमीत बराड़ बागापुराना के थाने के सामने करीब 150 लोगों के धरने की अगुवाई कर रहे हैं।

आप सांसद भगवंत मान बागापुराना के पुलिस उपाधीक्षक के कार्यालय के बाहर 500 प्रदर्शनकारियों के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। दोनों ही दल दोनों ही मामलों में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वे ओरबिट एविएशन के मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई चाहते हैं।

भगवंत मान ने कहा कि जब उबर टैक्सी सेवा के अधिकारियों से ड्राइवर द्वारा उनके कैब में कथित बलात्कार के सिलसिले में पूछताछ की जा सकती है तो ओरबिट एविएशन के मालिकों से क्यों नहीं पूछताछ की जा सकती।

उन्होंने कहा कि गोवा प्रकरण (जहां केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को चेंजिंग रूप में सीसीटीवी कैमरे नजर आए थे) में पूरे शीर्ष प्रबंधन को जांच के सिलसिले में नोटिस जारी किया गया था। उन्होंने कहा कि इस मामले में क्यों अलग मापदंड अपनाया जा रहा है।

पंजाब के पुलिस प्रमुख सुमेध सैनी ने कल कहा था कि कंडक्टर सुखमिंदर, क्लीनर गुरदीप सिंह और उनके परिचित एक अन्य आरोपी मुख्य अपराधी हैं जबकि ड्राइवर रंजीत सिंह को घटना के दौरान गाड़ी चलाते रहने के सिलसिले में अपराधिता के लिए गिरफ्तार किया गया है।

सैनी ने कहा कि इस घटना के सिलसिले में भादसं की विभिन्न धाराएं लगायी गयी हैं। बस को जब्त कर लिया गया है।

दूसरी घटना में मरी मुस्तफा गांव में 20 साल की महिला से कथित सामूहिक बलात्कार करने में शामिल एक व्यक्ति को आज यहां गिरफ्तार किया गया। फरार बाकी चार आरोपियों का पता लगाने के लिए छापे मारे जा रहे हैं।

मरी मुस्तफा गांव में 20 वर्षीय एक महिला से सामूहिक बलात्कार के कथित मामले में एक व्यक्ति को आज गिरफ्तार किया गया और चार अन्य की तलाश की जा रही है।
आईजी (बठिंडा जोन) पी एस उमरनांगल ने आज बताया कि सामूहिक बलात्कार मामले में एक आरोपी जसवंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि मामले में संलिप्त अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम छापे मार रही है।
अपनी शिकायत में पीड़िता ने आरोप लगाया कि वह अपने एक परुष दोस्त के साथ अपनी सहेली सरबजीत के आवास पर गयी थी। सरबजीत का पति जसवंत सिंह घर पर नहीं था इसलिए उन दोनों ने वहीं ठहरने का फैसला किया। रात में जसवंत करीब आठ दोस्तों के साथ घर लौटा।
उन लोगों ने पीड़िता के पुरुष दोस्त के साथ मार पीट की जिससे उसके पैर में चोट भी लग गयी।
पीड़िता ने बताया कि बाद में उसे एक जगह ले जाकर उन लोगों ने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया।
पुलिस ने बताया कि पीड़िता की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड बनाया गया है। जसवंत सिंह और कुछ अन्य के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कर लिया गया है।

पंजाब के मोगा जिले में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। पीड़ित महिला ने अपनी सहेली के पति और उसके दोस्तों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है।

पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इससे पहले पंजाब के मोगा में ही चलती बस में एक लड़की और उसकी मां से छेड़छाड़ करने के बाद उन्हें बस से फेंक दिया गया था, जिसमें लड़की की मौत हो गई थी, जबकि मां गंभीर रूप से घायल है।

ताजा मामले में पीड़ित महिला (23) का कहना है कि मोगा से 180 किलोमीटर दूर माड़ी मुस्तफा गांव में 29 और 30 अप्रैल की रात (बुधवार व गुरुवार) को उसकी सहेली के पति और अन्य लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने गुरुवार को शिकायत के बाद पीड़िता की सहेली के पति और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि अभी तक इस संदर्भ में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

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पीड़ित महिला का दावा है कि वह बुधवार रात अपनी अपने प्रेमी के साथ सहेली से मिलने के लिए उसके घर गई थी। उन्होंने रात में वहीं रुकने का फैसला किया था।

उसकी सहेली का पति रात को अपने सात दोस्तों के साथ घर आया। वह नशे में धुत्त था। उन लोगों ने पीड़िता के प्रेमी की पिटाई की और पीड़िता को गांव के ही एक सुनसान इलाके में स्थित कमरे में ले गए, जहां आठ लोगों ने पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और गुरुवार सुबह ही उसे कमरे से बाहर जाने दिया गया।