लोकसभा चुनाव 2024 प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस प्रक्रिया के तहत पहले चरण का मतदान अब कुछ ही दिन दूर है। पंजाब राज्य की सभी 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग आखिरी चरण में होगी, यहां विभिन्न सियासी दलों ने प्रत्याशियों का ऐलान करना भी शुरू कर दिया है लेकिन राज्य की दो रिजर्व संसदीय सीटों- जालंधर और होशियारपुर (दोआब क्षेत्र) में अभी तक ज्यादातर दलों ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

पंजाब के दोआब रीजन को राज्य की दलित पॉलिटिक्स का हब भी कहा गया है। यहां मजबूत प्रत्याशियों के चयन के लिए पार्टियां हाथ-पैर मार रही है और दूसरी तरफ हर दल में कई नेता टिकट के लिए अपनी दावेदारी भी पेश कर रहे हैं। पंजाब की NRI बेल्ट के रूप में पहचाने जाने वाले दोआब रीजन में चार जिले- जालधंर, कपुरथला, होशियारपुर और नवाशहर हैं। ये चारों जिले- जालंधर और होशियारपुर लोकसभा सीटों में आते हैं।

एक तरफ जहां जालंधर लोकसभा सीट के अंतर्गत जालंधर जिले की ही नौ विधानसभाएं आती हैं तो वहीं होशियारपुर लोकसभा सीट में होशियारपुर, कपूरथला और गुरुदासपुर जिले की नौ विधानसभा सीटें आती हैं। इन सभी विधानसभाओं में दलित मतदाताओं की अच्छी तादाद है। होशियारपुर लोकसभा सीट में गुरुदासपुर जिले की हरगोबिंदपुर विधानसभा सीट आती है। गुरुदासपुर पंजाब के माझा रीजन का हिस्सा है।

जालंधर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने बड़ा दांव चलते हुए आम आदमी पार्टी द्वारा घोषित किए गए प्रत्याशी सुशील कुमार रिंकू को ही अपने दल में शामिल कर लिया। रिंकू अब जालंधर लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं। रिंकू के बीजेपी में जाने के बाद अब यहां आम आदमी पार्टी को अदद प्रत्याशी की तलाश है। कांग्रेस पार्टी और शिरोमणि अकाली दल यहां अभी तक प्रत्याशी खोज रहे हैं, जिसकी वजह से दोनों पार्टियों के भीतर अटकलों और बहस का दौर चल रहा है।

क्या जालंधर से चुनाव लड़ेंगे चरणजीत सिंह चन्नी?

कांग्रेस पार्टी के भीतर जालंधर लोकसभा सीट पर कौन प्रत्याशी होगा इसको लेकर कयासों का दौर शामिल हैं। यहां उम्मीदवार के ऐलान से पहले ही राज्य के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को लेकर बड़ा विवाद शुरू हो गया है। पूर्व सांसद संतोख सिंह के बेटे विधायक विक्रमाजीत सिंह खुलकर चन्नी की उम्मीवारी के खिलाफ बोल चुके हैं। वह नहीं चाहते की चरणजीत सिंह चन्नी जालंधर लोकसभा सीट से पार्टी के प्रत्याशी घोषित किए जाएं। इसके अलावा कई अन्य कांग्रेस नेताओं के नाम यहां कयासों के बाजार में लिए जा रहे हैं।

होशियारपुर में कांग्रेस के बागी को टिकट देगी AAP?

होशियारपुर में सभी की निगाहें कांग्रेस के पूर्व विधायक राज कुमार चब्बेवाल पर हैं। वह हाल ही में AAP में शामिल हुए हैं। वह कांग्रेस के वफादार माने जाते थे लेकिन अचानक हुए परिवर्तन ने कई लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया था। इसके बाद उन्हें उम्मीदवार बनाने के AAP के फैसले से कई लोगों आश्चर्यचकित हैं, खासकर तब जब 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान होशियारपुर जिले में AAP सात में से पांच सीटें हासिल की थीं। सियासी जानकारों का मानना है कि AAP दलबदलू उम्मीदवार को टिकट देकर इस क्षेत्र में अपनी स्थिति और  मजबूत करना चाहती है।

पंजाब में मौजूदा सियासी हालात अस्थिर

पंजाब में मौजूदा सियासी स्थिति अभी भी बहुत अस्थिर मालूम पड़ती है। राज्य में अभी भी दल बदल और गठबंधन टूटने – बनने का दौर जारी है। चब्बेवाल और सुशील रिंकू की उम्मीदवारी बदलती जमीनी स्थिति और सत्ता की भूखी दुनिया का एक प्रमाण है। मौजूदा अफरा-तफरी के बीच बीजेपी और कांग्रेस में भी दावेदार नामांकन के लिए होड़ में हैं। कांग्रेस पार्टी में पूर्व मंत्री संतोख सिंह अपनी बेटी नमिता चौधरी के लिए बैटिंग कर रहे हैं। जालंधर के कुछ अन्य नेताओं की भी सीट सीट पर नजर है।

बीजेपी में होशियारपुर के सांसद सोम प्रकाश अपनी पत्नी अनीता के लिए दावेदारी कर रहे हैं जबकि पूर्व सांसद विजय संपला के समर्थन चाहते हैं कि उन्हें टिकट दिया जाए। राज्य में चुनावी सरगर्मियां लगातार तेज हो रही हैं लेकिन शिरोमणि अकाली दल अभी तक इन दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों के लेकर कुछ तय नहीं कर पा रहा है, जिससे यहां की स्थिति और जटिल हो गई है।

जालंधर- कांग्रेस का गढ़ लेकिन बदला परिदृश्य

जालांधर लोकसभा सीट जिसे आम तौर पर कांग्रेस का गढ़ माना जता है, 2023 में हुए लोकसभा उपचुनाव के बाद से बदला – बदला नजर आ रहा है। यहां आप की ताकत बढ़ी है। 2023 में यहां सुशील रिंकू ने कांग्रेस की करमजीत कौर को 58000 वोटों से हराया था। अब सुशील रिंकू बीजेपी के साथ हैं। 2011 की जनसंख्या जनगणना के अनुसार, जालंधर में करीब 37% जनसंख्या दलित समुदाय की है। इस लोकसभा सीट में जालंधर सेंट्रल, जालंधर नॉर्थ, जालंधर वेस्ट (रिजर्व), आदमपुर (रिजर्व), करतारपुर (रिजर्व), फिलौर (रिजर्व), नकोदर, शाहकोट और जालंधर कैंट विधानसभा सीटें आती हैं।

बात अगर होशियारपुर लोकसभा सीट की करें तो यहां 2011 की जनगणना के अनुसार, 35% दलित हैं। होशियारपुर लोकसभा में होशियारपुर, छब्बेवाल (रिजर्व), शाम चौरासी (रिजर्व), टांडा, दसूया, मुकेरियां, कपूरथला जिले की भोलाथ और फगवाड़ा (रिजर्व) और गुरुदासपुर जिले की श्री हरगोबिंदपुर (रिजर्व) लोकसभा सीटें आती हैं। इन दोनों ही लोकसभा सीटों पर दलित आबादी अपने आप में भी काफी विविध है, जिसमें रविदासिया, रामदासिया, अद-धर्मी, वाल्मिकी और मजहबी जैसे प्रमुख समुदाय क्षेत्र के राजनीतिक परिदृश्य में काफी प्रभाव डालते हैं।