पंजाब में विधानसभा चुनाव करीब आते ही अकाली दल ने भी शहरी वोट बटोरने के लिए नए तरीके इस्तेमाल करने शुरू कर दिए हैं। शनिवार को पार्टी ने ‘चाय पर चर्चा’ की तर्ज पर ‘बादल के साथ नाश्ता’ कार्यक्रम शुरू किया गया। लुधियाना में सराभा नगर में पूर्व SAD पार्षद के घर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। वहीं शाम को पार्टी चीफ सुखबीर सिंह बादल ने ‘कॉफी विद एजुकेटेड यूथ’ का आयोजन किया।
एक दिन के लुधियाना दौरे के दौरान सुखबीर सिंह बादल ने पार्टी के संभावित उम्मीदवार महेशिंदर सिंह गरेवाल, हीरा सिंह गाबरिया, हरीश राय ढांडा, प्रीतपाल सिंह पाली के लिए अलग-अलग इलाकों में चुनाव प्रचार किया। इससे पहले अकाली दल ने ‘गल पंजाब दी’ रैली भी शुरू की थी लेकिन इसकी काफी आलोचना हुई थी। 3 सितंबर को मोगा रैली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बाद सुखबीर सिंह ने यह योजना वहीं खत्म कर दी।
छोटे से अंतराल के बाद सुखबीर सिंह ने दोबारा जनसभाएं शुरू कीं। लेकिन इस बार फोकस शहरी वोटरों पर है। नाश्ते के कार्यक्रम के दौरान सुखबीर सिंह ने अपनी सरकार के दौरान किए गए कामों को गिनाया। उन्होंने कहा कि अकालियों की सरकार के दौरान पंजाब में सड़कों का बड़ा जाल बिछाया गया।
अंबेडकर नगर इलाके में सुखबीर सिंह महिला वोटरों से बात की। लुधियाना दक्षिण में यूपी और बिहार के प्रवासियों के साथ भी बैठक का आयोजन किया गया। आतम नगर इलाके में सुखबीर सिंह ने वाल्मीकि समुदाय के लोगों से चर्चा की। पंजाब में बिजली की समस्या की बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘अगली अकाली-भाजपा गठबंधन की सरकार बड़े संतर पर सोलर प्लांट लगवाएगी जिससे कि सालाना 12 हजार करोड़ की सब्सिडी दी जा सकेगी और किसानों को फ्री में बिजली उपलब्ध करवाई जा सकेगी।’
उन्होंने कहा, 25 हजार करोड़ रुपये खर्च करके 10 हजार मेगावॉट सोलर पावर प्लांट की सुविधा हासिल की जा सकती है। महिला आंत्रप्रेन्योर को बढ़ावा देने के लिए भी उन्होंने कहा कि 10 लाख तक का लोन उपलब्ध करवाया जाएगा। वहीं उन्होंने मौजूदा सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर आरोप लगाया कि राज्य में बीएसएफ की ताकत पर सहमति बनाकर वह राज्य के हितों को बेच रहे हैं।