Pune Police Arrest Bangladeshi Infiltrator: पुणे पुलिस ने पिछले 20 साल से भारत में अवैध रूप से रह रहे एक बांग्लादेशी शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। पुलिस ने इस शख्स के मोबाइल फोन और सिम कार्ड, कारोबार से संबंधित दस्तावेज और मकान का एग्रीमेंट जब्त कर लिया है।
पुलिस ने आरोपी की पहचान 34 वर्षीय एहसान हाफिज शेख के रूप में की है। हाफिज शेख पुणे के महर्षि नगर इलाके में रह रहा था। स्वारगेट पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
एफआईआर के मुताबिक, पुलिस ने हाफिज शेख के पास से सात आधार कार्ड, दो वोटर कार्ड, दो ड्राइविंग लाइसेंस, सात पैन कार्ड, चार पासपोर्ट, नौ डेबिट कार्ड, नौ क्रेडिट कार्ड, एक “यूनिवर्सल पास”, आठ जन्म प्रमाण पत्र और बांग्लादेश, पाकिस्तान, मलेशिया, सऊदी अरब, यूएई, कुवैत और कतर की करेंसी बरामद की है।
हिंदू संगठन आरोपी को ले गए पुलिस के पास
एफआईआर से पता चलता है कि 13 जनवरी को पतित पावन संगठन, क्रांतिवीर सेना और सकल हिंदू समाज के कार्यकर्ता आरोपी को स्वारगेट पुलिस स्टेशन लेकर आये। उन्हें शक था कि एहसान हाफिज शेख बांग्लादेश का रहने वाला है। पुलिस ने उनसे 14 और 15 जनवरी को जांच के लिए आने को कहा।
पुलिस को जांच में पता चला कि आरोपी बांग्लादेश के मैमनसिंह जिले के फूलपुर के सोनकंडा बाजार का रहने वाला है। पुलिस को शेख के मोबाइल फोन में उसके बांग्लादेशी रिश्तेदारों के मोबाइल नंबर भी मिले हैं।
कोलकाता में बनवाया फर्जी जन्म प्रमाण पत्र
एफआईआर के अनुसार, हाफिज शेख 2004 में अवैध ढंग से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके बांग्लादेश से भारत आ गया था। यहां उसने कुछ एजेंटों की मदद से कोलकाता में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवा लिया। इसके बाद हाफिज शेख अहमदाबाद, मुंबई गया और 2009 में पुणे आ गया। 2012 में महर्षि वह नगर इलाके में बस गया।
पुलिस सब इंस्पेक्टर अशोक पाटिल ने बताया कि आरोपी ने शुरुआत में एक कपड़े की दुकान में काम किया और इसके बाद पुणे में ही टी-शर्ट का कारोबार शुरू कर दिया। पुलिस ने उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318, 336, 338 और 340, पासपोर्ट और फ़ॉरेनर्स एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
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पुलिस ने बताया कि आरोपी से मिले दस्तावेजों के बारे में जांच की जा रही है। पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी को पुणे की एक अदालत में पेश किया। जहां से उसे 23 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस पता लगा रही है कि वह भारत कैसे पहुंचा और किसने अवैध रूप से भारत के आईडेंटिटी डॉक्यूमेंट्स बनाने में उसकी मदद की। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या भारत में अवैध रूप से रह रहे अन्य बांग्लादेशी नागरिकों के डॉक्यूमेंट्स बनवाने में उसका कोई हाथ है।
तीन और बांग्लादेशियों को किया था गिरफ्तार
कुछ दिन पहले भी पुणे में तीन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था। पिंपरी चिंचवाड़ पुलिस ने आरोपियों की पहचान हुसैन शेख (31), मोनिरुल गाजी (26) और अमीरुल सना (34) के रूप में की थी। आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS), पासपोर्ट अधिनियम और विदेशी अधिनियम की धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से आधार कार्ड जब्त किए थे। क्लिक कर पढ़िए पूरी खबर।