कोरोना अपने निशान तेजी से छोड़ रहा है। पुणे के एयरफोर्स ऑफिसर को जो घाव इसने दिया वो कभी न भूलने वाला है। बीते 2 हफ्ते में पत्नी समेत उनके चार परिजनों ने संक्रमित होने के बाद दम तोड़ दिया। फिलहाल उनकी मां और दो बच्चे संक्रमण का शिकार हैं। मां को नहीं पता कि वह किस दर्द से गुजर रहे हैं।

बीते दो सप्ताह में एयरफोर्स के सुपरिटेंडेंट अरुण गायकवाड की पत्नी वैशाली (43) सास अलका जाधव (62), साले रोहित (38) और रोहित (40) की मौत कोरोना की वजह से हुई। अरुण की दास्तां काफी दर्द भरी है। कोरोना का संक्रमण जनवरी में उनके परिवार में आया। ससुर की ब्रेन स्ट्रोक से मौत होने के बाद घर में पूजा रखी गई थी। उसमें परिवार के तकरीबन सभी लोग शामिल हुए।
कोरोन

उसके बाद ही एक के बाद एक करके संक्रमण फैलता रहा। सबसे पहले रोहित को संक्रमण हुआ। लेकिन उनके पैरों तले जमीन तब खिसक गई जब 28 मार्च को पत्नी वैशाली कोरोना पॉजिटिव निकलीं। उनकी हालत बेहद खराब थी। डॉक्टरों का कहना था कि वैशाली को हर हाल में वेंटीलेटर पर ले जाया जाए। लेकिन अरुण की सारी कोशिशें बेकार साबित हुईं।

आखिर में एक रिश्तेदार की मदद से एक अस्पताल में उन्हें बेड मिला, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। 30 मार्च को पत्नी वैशाली दुनिया से चल बसीं। लेकिन दर्दभरी कहानी का अंत बाकी था। 3 अप्रैल को रोहित का निधन हुआ। उससे उबर पाते कि 4 को सास की मौत हो गई। 14 को जब अतुल भी चल बसा। अब वह अपनी मां और बच्चों को बचाने के लिए कोरोना से जंग लड़ रहे हैं।

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से हाहाकार मच गया है। राज्य में पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड 503 लोगों ने संक्रमण के इलाज के दौरान अपनी जान गंवा दी। इसके अलावा राज्य में इतने ही वक्त में सबसे ज्यादा 68,631 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए। अब महाराष्ट्र में मौतों का कुल आंकड़ा 60,473 तक जा पहुंचा है। हालांकि, 24 घंटों के दौरान 45,654 संक्रमित मरीज कोरोना को हराकर अपने घर लौटने में कामयाब रहे हैं। इस वक्त महाराष्ट्र में 6 लाख 70 हज़ार 388 कोरोना के एक्टिव मरीज़ हैं।