जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में देश ने अपने 40 वीर जवानों को खोया था, आज उस हमले को एक साल बीत गए हैं। देश अभी भी अपने 40 जवानों की शहादत को भूला नहीं है। बीते साल सीआरपीएफ के काफिले पर पुलवामा में हुआ हमला इतना भीषण था कि किसी भी इंसान को झकझोरने के लिए काफी है, लेकिन सीआरपीएफ के वीर जवान उस हमले को लेकर गमजदा हैं पर डरे बिल्कुल भी नहीं है।
पुलवामा हमले के कुछ दिन बाद ही आज तक न्यूज चैनल ने सीआरपीएफ के जवानों से पुलवामा हमले को लेकर बात की। जिसमें जवानों ने हमले से पहले का आंखो-देखा हाल सुनाया था। बातचीत के दौरान एक जवान ने बताया कि “हम (सीआरपीएफ काफिला) सुबह करीब पौने चार बजे जम्मू से चले थे और शाम में करीब 3 बजे के आसपास यहां पहुंचे थे। जवान ने बताया कि उस वक्त लोग दुकानें बंद कर रहे थे और कुछ लोग काफिले के ऊपर पथराव भी कर रहे थे।”
जवान ने बताया कि “इसके 10 मिनट बाद ही एक अचानक से धमाका हुआ, जिससे हम चौंक गए। इसके बाद पता चला कि हमले में हमने अपने 40 जवान खो दिए हैं।”
जवान से जब पूछा गया कि क्या वह हमले से डरे थे? इस पर जवान ने कहा कि ‘डरे तो बिल्कुल नहीं हैं, लेकिन गुस्सा बहुत है।’ एक अन्य जवान ने बताया कि ‘हमले का मंजर अभी भी उनकी आंखों के सामने है।’
CRPF ने भी पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए अपने जवानों को याद किया है। सीआरपीएफ ने एक ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है कि “तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोये नहीं। गर्व इतना था कि हम देर तक रोये नहीं।”
“तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोये नहीं।
गर्व इतना था कि हम देर तक रोये नहीं।”WE DID NOT FORGET, WE DID NOT FORGIVE: We salute our brothers who sacrificed their lives in the service of the nation in Pulwama. Indebted, we stand with the families of our valiant martyrs. pic.twitter.com/GfzzLuTl7R
— CRPF (@crpfindia) February 13, 2020
सीआरपीएफ ने लिखा कि “ना हम भूलेंगे और ना ही माफ करेंगे। हम अपने उन भाइयों को सैल्यूट करते हैं, जिन्होंने पुलवामा में देश के लिए अपने जीवन का बलिदान दे दिया। हम उनके कर्जदार हैं। हम शहीद जवानों के परिजनों के साथ खड़े हैं।”
बता दें कि बीते साल 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए एक आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले में एक आतंकी ने विस्फोटकों से भरी कार को जवानों से भरी एक बस से टकरा दिया था। जिससे तेज धमाका हुआ और बस के चीथड़े उड़ गए। इस हमले में बस में सवार सभी जवान शहीद हो गए थे।