Pulwama Terror Attack: पुलवामा में आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार हरकत में आ गई है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सीआरपीएफ के डीजी आरआर. भटनागर से बात कर ब्‍यौर लिया है। उन्‍होंने जम्‍मू-कश्‍मीर के राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक से भी फोन पर बात की है। न्‍यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, गृह मंत्री 15 फरवरी को श्रीनगर जाकर खुद हालात का जायजा लेंगे। राजनाथ सिंह ने पटना में अपनी प्रस्‍तावित रैली रद्द कर दी है। वहीं, हमले के बाद दिल्‍ली में भी हचलचल तेज हो गई है। राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद आंतरिक सुरक्षा से जुड़े आला अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है।

‘बेकार नहीं जाने देंगे शहादत’: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा आतंकी हमले की कड़े शब्‍दों में निंदा की है। उन्‍होंने ट्वीट किया, ‘सीआरपीएफ के जवानों पर हमला बेहद कुत्सित और घिनौना है। मैं इस कायराना हमले की कड़े शब्‍दों में निंदा करता हूं। वीर जवानों की शहादत यूं ही व्‍यर्थ नहीं जाएगी। पूरा राष्‍ट्र वीर शहीदों के परिजनों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। घायलों के जल्‍द ठीक होने की कामना करता हूं।’ पीएम मोदी ने राजनाथ सिंह के साथ ही अन्‍य शीर्ष अधिकरियों से भी इस मसले पर बात की है। वहीं, अरुण जेटली ने हमले की घटना को कायराना करार देते हुए हा कि पूरा राष्‍ट्र शहीद जवानों को सैल्‍यूट करता है और उनके साथ है।

बस को निशाना बना मारी टक्करः घाटी में सेना और अर्द्धसैनिक बल के जवान पिछले कई महीनों से आतंकियों के खिलाफ अभियान छेड़े हुए है। इसमें घाटी में सक्रिय कई शीर्ष आतंकियों को ढेर किया जा चुका है। इस बीच आतंकी हमलों की छिटपुट घटनाएं हुईं, लेकिन इस तरह का भीषण हमला नहीं किया जा सका। बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ के दस्‍ते में 78 वाहन शमिल थे। इसमें कुल 2,547 जवानों के सवार होने की बात कही गई है। आत्‍मधाती हमलावर ने इसी दस्ते में शामिल एक बस को निशाना बनाया और उसमें टक्‍कर मारी दी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 55 सीटर बस में कुल 49 जवान सवार थे। इनमें से 30 जवानों के शहीद होने की आशंका जताई गई है।

डोभाल के संपर्क में CRPF के आला अधिकारी: पुलवामा अटैक के बाद राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी सक्रिय हो गए हैं। वह घाटी के हालात पर लगातार नजरें जमाए हुए हैं। ‘एएनआई’ के अनुसार, वह पुलवामा हमले के बाद खुद स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। इसके अलावा सीआरपीएफ के आला अधिकारी उन्‍हें मौका-ए-वारदात के हालात से भी अवगत करा रहे हैं। दूसरी तरफ, जम्‍मू-कश्‍मीर के राज्‍यपाल के सलाहकार के. विजय कुमार ने मीडिया से बात करते हुए आधिकारिक तौर पर 20 जवानों के शहीद होने की बात कही है।