Jammu and Kashmir Pulwama’s Awantipora Terror Attack: केंद्र में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने नेताओं को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले पर संयम बरतने के लिए कहा है। पार्टी ने निर्देश दिया है कि नेता युद्ध की बात बिल्कुल नहीं करें और हमले में शहीद हुए जवानों के परिजनों से मिलकर उनका दुख-दर्द साझा करें। शुक्रवार को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) की बैठक के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीजेपी हेडक्वार्टर पर अपने सभी प्रवक्ताओं को यह निर्देश दिया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक अरुण जेटली ने हिदायत देते हुए कहा है कि नेता आतंकी हमले पर ‘युद्ध-उन्माद’ को भड़काने वाले तथा ‘राजनीतिक’ बयानबाजी नहीं करें। प्रवक्ताओं को इस मसले पर बोलते हुए खास सतर्कता और संवेदनशीलता बरतने के लिए आगाह किया गया है।
परिस्थिति को देखते हुए बीजेपी ने शुक्रवार को अपने तमाम कार्यक्रम स्थगित कर दिए। पार्टी ने कहा कि मामले पर किसी भी तरह की राजनीति नहीं होगी। वहीं, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी प्रतिक्रिया देते वक्त संवेदनशीलता का ध्यान रखते हुए ख़ास सतर्कता बरत रही है।
बीजेपी ने अपने सभी केंद्रीय मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने संबंधित राज्यों के शहीदों के दाह-संस्कार में मौजूद रहें और पीड़ित सैन्य परिवारों के दुख को साझा करें। इसके अलावा संबंधित राज्य और क्षेत्र से जुड़े पार्टी के तमाम पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी अंतिम यात्रा में मौजूद रहने के लिए कहा गया है। बीजेपी के एक नेता ने बताया कि पार्टी चाहती है कि लोगों को लगे कि बीजेपी शहीद परिवारों के साथ खड़ी है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी हेडक्वार्टर पर ही मौजूद थे। उन्होंने पटना में आयोजित अपने कार्यक्रम को रद्द करने के बाद उन्होंने बीजेपी शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री को शहीद परिवारों के लिए तत्पर रहने के लिए कहा।
बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी और संघ परिवार के तमाम नेताओं से अनुरोध किया गया है कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वर्तमान स्थिति को समझें और बयान दें। पार्टी सूत्रों के मुताबिक बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के उस बयान से काफी नाराज था जिसमें उन्होंने हमले में खुफिया एजेंसियों द्वारा चूक की बात कही थी। बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने सत्यपाल मलिक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,”यह बेतुका बयान था। खुफिया एजेंसियों ने हर बार बड़ी आतंकी घटनाओं को टालने में कामयाब रही है। यहां एक बार आतंकी कामयाब हुए हैं। इस तरह के बयानों से बचना चाहिए।” बीजेपी के नेताओं का कहना है कि पुलवामा हमले का जवाब भारत किस तरह से देगा इस पर स्पष्टता नहीं है। सर्जिकल स्ट्राइक पर नेताओं ने कहा कि हमल पहले एक सर्जिकल स्ट्राइक कर चुके हैं ऐसे में दूसरी बार इसकी गुंजाइश कम ही है।