Pulwama Attack: पुलवामा आतंकी हमले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला ने कहा है कि इसके लिए सिर्फ पाकिस्तान पर आरोप मढ़ना ठीक नहीं है। जानें तब तक जाती रहेंगी, जब तक इस मसले पर बातचीत से हल की कोशिश नहीं खोजी जाती। वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुखिया मोहन भागवत बोले कि हम जैसे तो तैसा जवाब दे सकते हैं।
अबदुल्ला ने ताजा मामले पर एक हिंदी न्यूज चैनल से कहा, “अफसोस है, पर यह आज की बात नहीं है। आज शहीदों की संख्या थोड़ी ज्यादा है। कोई ऐसा दिन नहीं होता, जब वहां जंग नहीं होती। ये खत्म नहीं होगी, जब तक कोई रास्ता नहीं ढूंढा जाएगा। बंदूक और फौज से यह मसला नहीं हल होगा। आपको जम्मू-कश्मीर की जनता से संवाद साधना होगा। इनके पास कई रिपोर्ट्स हैं, लेकिन वे उसे संसद में पेश नहीं करते। कम से कम देशवासी जानें तो कि आखिर समस्या कहां हैं?”
पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को लेकर पूछा गया, तो वह बोले, “सिर्फ पाकिस्तान पर इस चीज का आरोप न मढ़ा जाए। अब इस चीज में स्थानीय लोग भी शामिल हैं। क्या आप कश्मीर गई हैं और आपने नौजवान कश्मीरियों से बात की है।” आगे क्या आप उनका बचाव कर रहे हैं? इस पर अब्दुल्ला ने कहा- मैंने कभी भी पाकिस्तान का बचाव नहीं किया। आप बचाव कर रही हैं। आप गलत सवाल कर रही हैं। आप किसी और से ये बेकार सवाल पूछिए।
भागवत ने इस बाबत कहा, “हमने आज तक बहुत झेला है। आज भी झेला। हम जैसे तो तैसा जवाब दे सकते हैं। पहले दो-तीन बार जवाब दिया है, लिहाजा विश्वास बढ़ा है।”
बता दें कि पुलवामा के अवंतीपुरा में सीआरपीएफ जवानों की बस पर गुरुवार (14 फरवरी, 2019) को फिदायीन हमला किया गया था। ‘पीटीआई’ के मुताबिक, हमले में 39 जवान शहीद हुए हैं। यह साल 2019 का सबसे बड़ा आतंकी हमला है, जबकि 2016 में उरी हमले के बाद सबसे भीषण हमला है। पीएम मोदी समेत कई केंद्रीय मंत्रियों व बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है।