प्रधानमंत्री मोदी ने आज अपने मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया। साल के आखिरी मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने जनता से कई सारी बातें की। हालाँकि मन की बात कार्यक्रम के दौरान देश में अलग अलग जगहों पर इसका विरोध भी देखने को मिला। सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसानों ने इस कार्यक्रम के विरोध में थाली और पिटते हुए कहा कि मन की बात बहुत हुए और अब पीएम वतन की बात करें।

मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को कोरोना काल के दौरान सहयोग देने के लिए धन्यवाद किया . इसके अलावा उन्होंने कहा कि देश के सामने चुनौतियाँ तो खूब आई, संकट भी अनेक आए,सप्लाई चैन को लेकर अनेक बाधाएं भी आई, लेकिन हमने हर संकट से नए सबक सीखे। इसके अलावा पीएम मोदी ने गुरु गोविंद सिंह के चारों पुत्रों  के बलिदान को भी याद किया। उन्होंने कहा कि आज के ही दिन गुरु गोविंद जी के पुत्रों, साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया था।  मौत के सामने होने के बावजूद वे टस से मस नहीं हुए

प्रधानमंत्री ने कश्मीरी केसर के बारे में कहा कि आपको यह जानकर ख़ुशी होगी कि GI Tag का सर्टिफ़िकेट मिलने के बाद दुबई के एक सुपर मार्किट में इसे लॉन्च किया गया. इसलिए अगली बार जब आप केसर को खरीदने का मन बनाएं, तो कश्मीर का ही केसर खरीदने की सोचें।प्रधानमंत्री ने कहा कि आज आत्मनिर्भर भारत की दिशा में लोगों ने मजबूत कदम आगे बढ़ाया है  उन्होंने कहा, ‘‘वोकल फॉर लोकल आज घर-घर में गूँज रहा है। ऐसे में अब, यह सुनिश्चित करने का समय है, कि, हमारे उत्पाद विश्व स्तरीय हों। जो भी विश्व में सर्वश्रेष्ठ है, वो हम भारत में बनाकर दिखाएं। इसके लिए हमारे उद्यमी साथियों और स्टार्टअप को आगे आना होगा ।

इसी बीच, केंद्र के लाए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों ने पीएम के रेडियो कार्यक्रम का पुरजोर विरोध किया।

युवा, महिला और बुजुर्ग किसानों ने इस दौरान पीएम की ‘मन की बात’ के खिलाफ न केवल नारेबाजी की, बल्कि ताली, थाली और बर्तन भी पीटे। कुछ किसानों के पास तो टीन के कनस्टर भी, जिन्हें वे डंडों और लकड़ी से जोर-जोर से पीटते नजर आए।

ये नजारा रविवार सुबह 11 बजे के आसपास दिल्ली के सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर देखने को मिला। इस दौरान भारी संख्या में किसानों ने विरोध में नारे लगाए।

दिल्ली के अलावा झारखंड की राजधानी रांची में भी All India Kisan Sabha (AIKS) कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने अलबर्ट एक्का चौक पर विरोध प्रदर्शन किया।

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AIKS कार्यकर्ताओं इस दौरान कुछ बैनर पोस्टर भी लिए थे, जिन पर लिखा था, “मन की बात नहीं। किसानों की बात करो।”

बिहार की राजधानी पटना में भी किसान संगठनों के सदस्यों ने मन की बात कार्यक्रम के खिलाफ बर्तन पीटे। इन लोगों में पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।

वे भी प्रदर्शन के वक्त बैनर लिए थे, जिन पर लिखा था- किसान आंदोलन का दमन करना बंद करो। बहुत हो गई मन की बात। अब करो वतन की बात।

(भाषा इनपुट्स के साथ )