चंडीगढ़ में विरोध कर रहे किसानों ने शनिवार को सेक्टर-48 में भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय टंडन और चंडीगढ़ के मेयर रविकांत शर्मा के वाहनों पर पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में ही कथित तौर पर हमला किया और तोड़फोड़ की। यह पहला मौका है जब तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के दौरान भाजपा की चंडीगढ़ इकाई के नेताओं पर हमला हुआ है।
बता दें कि इससे पहले संजय टंडन भाजपा की चंडीगढ़ इकाई के प्रमुख थे। इस समय वे पार्टी की हिमाचल इकाई के सह-प्रभारी हैं। गौरतलब है कि भाजपा नेता पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सेक्टर-48 स्थित मोटर मार्केट में मार्केट एसोसिएशन और स्थानीय पार्टी नेताओं द्वारा आयोजित धन्यवाद समारोह में शामिल होने आए थे। कार्यक्रम के बारे में पता चलने पर प्रदर्शनकारी सेक्टर-48 में सुबह नौ बजे से ही जमा होने लगे थे।
संजय टंडन ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “मैं अपनी रेंज रोवर में था। अचानक प्रदर्शनकारी मेरे वाहन के आगे आ गए। उनमें से कुछ ने मेरे वाहन को किसी भारी वस्तु से मारा, शायद लोहे की छड़ से, और पीछे के शीशे को तोड़ दिया। आगे का शीशा भी क्षतिग्रस्त हो गया। प्रदर्शनकारियों ने मेरी कार को अनलॉक करने की कोशिश की लेकिन वे असफल रहे। वे सभी बाहरी लोग थे जिन्होंने पूर्व नियोजित रणनीति के तहत हम पर हमला किया। यह सब स्थानीय पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में हुआ।’
उन्होंने बताया, ‘प्रदर्शनकारियों ने मेयर रविकांत शर्मा के सरकारी वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। टूटे शीशे से उनके चालक को मामूली चोटें आईं। हमने चंडीगढ़ पुलिस से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया। अब तक, पुलिस ने मुझे कोई औपचारिक शिकायत दर्ज करने के लिए नहीं कहा है। ”
सूत्रों ने कहा कि जैसे ही प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए, पुलिस ने भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम स्थल से बाहर जाने की सलाह दी। बाद में सेक्टर-34 थाने में टंडन और पार्टी कार्यकर्ताओं समेत बड़ी संख्या में भाजपा नेता जमा हो गए। एसएसपी (यूटी) कुलदीप चहल ने थाने में उनसे बातचीत की।
इस बीच, भाजपा नेताओं पर हमला करने के आरोप में स्थानीय गायक सरबंस पारतीक सहित आधा दर्जन किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।