किसान आंदोलन को 100 दिन से ज्यादा का समय हो चुका है। किसान ठंड के दिनों में दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचे थे। लेकिन अब गर्मी का मौसम आ चुका है। किसानों ने आने वाली गर्मी को देखते हुए अभी से ही तैयारियां करनी शुरू कर दी है। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने अपने रहने के लिए कूलर, इन्वर्टर, फ्रिज और पंखे तक का इंतजाम कर लिया है। वहीं किसान आंदोलन को खत्म करने के सवाल पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि यह आंदोलन विचार से खड़ा हुआ है। इसलिए यह ऐसे ही ख़त्म नहीं होगा।
दिल्ली से सटे अलग अलग सीमाओं पर डटे हुए किसानों ने गर्मी से बचने के लिए अभी से तैयारियां करनी शुरू कर दी है। किसानों ने अपने रहने के लिए कूलर, इन्वर्टर, फ्रिज, पंखे और टीवी का भी इंतजाम किया है। इतना ही नहीं कई किसानों ने तो गर्मी से बचने के लिए एसी तक की व्यवस्था कर ली है। इसके अलावा अब टेंट की जगह झोपड़ी नुमा घर भी बनाया जा रहा है ताकि गर्मी से बचा जा सके।
किसानों ने किया गर्मी का इंतजाम… ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर लगाए कूलर, इनवर्टर, फ़्रिज, और पंखे #FarmersProtests @rajeevranjanMKH pic.twitter.com/PUfdT1JN7m
— News24 (@news24tvchannel) March 9, 2021
इसी को लेकर जब किसान नेता राकेश टिकैत से पूछा गया है कि अब तो गर्मी भी आ रही है और किसान कब तक बैठे रहेंगे। इसके जवाब में राकेश टिकैत ने कहा कि यह विचार से उत्पन्न हुआ आंदोलन है। इसलिए इसको ऐसे ही ख़त्म नहीं किया जा सकता है। इस आंदोलन को गोली डंडे से भी ख़त्म नहीं किया जा सकता है। ये आंदोलन विचार से ही ख़त्म होगा और किसान अपनी मांगों को बिना मनवाए हुए वापस नहीं जाएंगे।
इसके अलावा टिकैत ने कहा कि सरकार ने एमएसपी रहने की बात कही है। अब गेहूं की कटाई का मौसम आ गया है। जब गेहूं काट जाएगा तो हम उसे लेकर संसद पर जाएंगे। हमें पता चल गया है कि मंडी कहां है। वहां देखेंगे कि हमारी गेहूं एमएसपी पर बिक रही है या नहीं. आगे टिकैत ने कहा कि संसद सबसे अच्छी मंडी है और वहां व्यापारी भी बैठते हैं। इसलिए हम अपनी फसलों को संसद में ही बेचेंगे। साथ ही टिकैत ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि किसान अपनी फसल मंडी के बाहर भी बेच सकते हैं। इसलिए किसानों के लिए तो संसद सबसे अच्छी जगह है।
बंगाल जाने के सवाल पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हम सभी पांच राज्यों में जाएंगे। वहां जाकर हम लोगों को बताएंगे कि किसानों को काफी नुकसान हो रहा है और उनकी फसल एमएसपी पर नहीं बिक रही है। हम वहां के लोगों को महंगाई, एजुकेशन, सिलेंडर के दामों के बारे में भी बताएंगे। आपको बता दें कि पिछले दिनों किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि केंद्र सरकार आजकल बंगाल जा चुकी है इसलिए हम भी बंगाल जाएंगे।