नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) के विरोध में गुरुवार को दिल्ली पुलिस की ओर से लाल किले और मंडी हाउस पर प्रदर्शन की इजाजत नहीं मिलने के बाद प्रदर्शनकारी जंतर मंतर पहुंचने लगे। दोपहर दो बजे तक जंतर मंतर पर सैकड़ों प्रदर्शनकारी पहुंच चुके थे। प्रदर्शनकारियों ने यहां पर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जंतर मंतर पर अधिकतर विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के विद्यार्थी मौजूद थे। स्थिति पर काबू पाने के लिए यहां बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान तैनात थे। देर रात जंतर मंतर पर चल रहे प्रदर्शन को समर्थन देने के लिए कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर भी पहुंचे।

जेएनयू छात्र संघ के उपाध्यक्ष साकेत ने बताया कि लाल किले और मंडी हाउस पर हमें शांतिपूर्ण प्रदर्शन नहीं करने दिया और हमारे बहुत सारे साथियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसी को देखते हुए हमने यहां जंतर मंतर पर आकर अपना विरोध दर्ज कराने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि इस सांप्रदायिक कानून को लाने के बाद केंद्र सरकार डरी हुई।

20 मेट्रो स्टेशन रहे बंद, यात्री हुए परेशान
विरोध में प्रदर्शनों के मद्देनजर गुरुवार को दिल्ली के 20 मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए थे। इससे पहले डीएमआरसी ने सात मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद रहने की जानकारी दी थी। अचानक होने वाले इस बंद के कारण यात्रियों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। ठंड व कोहरे के कारण सड़क यातायात पहले ही प्रभावित चल रहा है। मेट्रो के गेट बंद होने से अनजान यात्रियों को काफी घूम कर बैटरी रिक्शा, आॅटो या बस से भटकते हुए अपने गंतव्य तक जाना पड़ा।