शुक्रवार (5 मई) को कांग्रेस नेता राहुल गांधी का दिल्ली विश्वविद्यालय के हॉस्टल का दौरा विवाद के घेरे में आ गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर ने शनिवार (6 मई) को जारी किए एक बयान में कहा है कि कांग्रेस नेता के हॉस्टल में अचानक और अनाधिकृत रूप से पहुंचने से सुरक्षा संबंधी गंभीर चिंताएं पैदा हुई हैं और डीयू के अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो। डीयू की प्रॉक्टर रजनी अब्बी ने कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार (5 मई) को हॉस्टल के छात्रों से बातचीत की थी और उनके साथ भोजन किया था। डीयू ने बयान जारी कर कहा कि इस दौरे से हॉस्टल के कई छात्रों को मैस में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
“विश्वविद्यालय को राजनीतिक अखाड़ा नहीं बनाना चाहते हैं”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दिल्ली विश्वविद्यालय के एक पुरुष छात्रावास के दौरे पर विश्वविद्यालय की प्रॉक्टर रजनी अब्बी कहती हैं, ”हम विश्वविद्यालय को राजनीतिक अखाड़ा नहीं बनाना चाहते हैं, इसके लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।”
उन्होने कहा, “हमारी आपत्ति है कि राहुल गांधी ने अनधिकृत रूप से दिल्ली विश्वविद्यालय का दौरा किया। ये कोई पब्लिक प्लेस नहीं है जो आप घूमते-घूमते यहां पहुंच जाएं.. आप लंच के समय पहुंचे, उस दौरान सिर्फ 75 लोगों के लिए खाना बनता है, कभी-कभी 5-7 लोग ज्यादा पहुंच जाते हैं लेकिन आप एक भीड़ के साथ वहां पहुंचे.. आपके साथ आए लोग यहां के छात्र भी नहीं थे,यह ठीक नहीं है कि इससे छात्रावास के छात्रों को परेशानी होती है। छात्रों ने लिखित शिकायत की है कि उन्हें खाना नहीं मिला”
दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से जारी बयान में आगे कहा गया है कि राहुल गांधी ने डीयू कैंपस के दौरे के दौरान किसी से अनुमति तक नहीं ली थी.. उन्हें कम से कम प्रॉक्टर के कार्यालय को सूचित करना चाहिए था। आपके पास Z+ सुरक्षा है। अगर गलती से कुछ हो जाता है तो कौन जिम्मेदार होता?