शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बॉलीवुड एक्टर आलिया भट्ट और रणबीर कपूर के समर्थन में अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बॉलीवुड एक्टर्स की एक पुरानी तस्वीर शेयर करते हुए सेलेब्स से नफरत की राजनीति के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर वह मूकदर्शक बने रहे तो ये फोटो सेशन मदद नहीं करेगा।
दरअसल, मंगलवार को रणबीर कपूर और आलिया भट्ट मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर दर्शन के लिए गए, लेकिन बजरंग दल के सदस्यों ने उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया। ये लोग यहां रणबीर कपूर द्वारा गोमांस खाने और उनकी आने वाली फिल्म “ब्रह्मास्त्र” को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
इस पर प्रियंका चतुर्वेदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कुछ बॉलीवुड हस्तियों की एक पुरानी तस्वीर साझा करते हुए, प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्विटर पर कहा, “ये फोटो सेशन कोई भी मदद नहीं करेंगे अगर आप नफरत पर मूक दर्शक बने रहेंगे और अगर आपको लगता है कि राजनीति पर बात करना आपका काम नहीं है। वे वैसे भी आपके पीछे आएंगे। उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर विरोध एक मामला है। शर्म आती है कि राजनीतिक पूर्वाग्रह इस तरह की कुरूपता को जन्म दे रहा है।”
उन्होंने कहा, “हर फिल्म रिलीज से पहले यह चयनात्मक विरोध एक उद्योग और एक लॉबी बन गया है, अगर सामूहिक रूप से इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाई गई तो हम तेजी से नफरत, भय और चुप्पी की खाई में चले जाएंगे। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री एक रोजगार जनरेटर है, लाखों लोग इस पर निर्भर हैं।”
रणबीर कपूर के बीफ वाले बयान का विरोध
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के खिलाफ प्रदर्शन किया। बजरंग दल का कहना है कि रणबीर कपूर खुद को बीफ प्रेमी बताते हैं इसलिए उन्हें महाकाल मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनकी अगली फिल्म ब्रमास्त्र का विरोध करने की भी बात कही। कुछ कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे भी दिखाए। बता दें कि इस फिल्म का निर्देशन अयान मुखर्जी ने किया है और 9 सितंबर को यह फिल्म रिलीज होने जा रही है।