हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि पूरे विश्व में युवाओं के सामने नए अवसरों का संकट है लेकिन भारत में सरकारी और गैर-सरकारी, दोनों ही क्षेत्रों में नई नौकरियों की संभावना लगातार बढ़ रही है।युवाओं को राष्ट्र की सबसे बड़ी ताकत बताते हुए प्रधानमंत्री ने 10 लाख कर्मियों के लिए भर्ती अभियान ‘रोजगार मेला’ के तहत मंगलवार को 71,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपें और कहा कि युवाओं को रोजगार देने का यह सिलसिला अनवरत जारी रहेगा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी और युद्ध के संकट के बीच पूरे विश्व में युवाओं के सामने नए अवसरों का संकट है लेकिन भारत में सरकारी और गैर-सरकारी, दोनों ही क्षेत्रों में नई नौकरियों की संभावना लगातार बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नेकुल 71,056 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। नवनियुक्त युवाओं को नियुक्ति पत्रों की भौतिक प्रतियां गुजरात और हिमाचल प्रदेश को छोड़कर देश के 45 स्थानों पर सौंपी गईं।
इन दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है और वहां आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘स्टार्टअप’ से लेकर स्वरोजगार तक, अंतरिक्ष से लेकर ड्रोन तक, आज भारत में युवाओं के लिए चौतरफा नए अवसरों का निर्माण हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार नौकरियां उपलब्ध कराने के लिए ‘मिशन मोड’ में काम रही है और एक महीने से इसी प्रकार के अभियान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासित राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में भी चलाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यही ‘डबल इंजन’ की सरकार का दोगुना फायदा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजग शासित राज्यों में सिर्फ एक महीने के भीतर हजारों युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने में केवल महाराष्ट्र और गुजरात ने हजारों युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे हैं। कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार ने भी नियुक्ति पत्र सौंपे। जम्मू एवं कश्मीर, लद्दाख, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दादरा और नागर हवेली, दमन और दीव, चंडीगढ़ में भी रोजगार मेले का आयोजन किया गया और युवाओं को नौकरियां दी गईं।
उन्होंने कहा कि गोवा और त्रिपुरा भी ऐसे रोजगार मेलों का आयोजन करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत ‘सर्विस एक्सपोर्ट्स’ के मामले में विश्व की बड़ी महाशक्ति बन गया है और अब तो विशेषज्ञ भी भरोसा जता रहे हैं कि भारत विनिर्माण के क्षेत्र में विश्व का पावर हाउस बनेगा। उन्होंने कहा कि इसमें ‘प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव’ (पीएलआइ) जैसी योजनाओं की बड़ी भूमिका होगी। लेकिन इसका मुख्य आधार भारत का कौशल युक्त युवा ही होगा।
उन्होंने कहा कि सिर्फ पीएलआइ योजना में ही देश में 60 लाख नए रोजगार का सृजन होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री ने नवनियुक्त कर्मियों के लिए आयोजित किए जाने वाले ‘आनलाइन ओरिएंटेशन कोर्स’ कर्मयोगी प्रारंभ की भी शुरुआत की। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे इस प्रशिक्षण से जरूर जुड़ें और इससे जुड़े अपने अनुभव जरूर साझा करें।