प्रधानमंत्री निवास का पता जल्‍द ही 7 रेसकोर्स रोड से बदलकर 7 एकात्‍म मार्ग हो सकता है। दरअसल, भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने रेसकोर्स रोड का नाम बदलकर एकात्‍म मार्ग करने का प्रस्‍ताव दिया है। 9 सिंतबर को हुई दिल्‍ली नगर निगम की बैठक में, राष्‍ट्रीय राजधानी में कई हाई-प्रोफाइल सड़कों का नाम बदलने के लिए यह प्रस्‍ताव दिया गया है। 22 सितंबर की बैठक में इस प्रस्‍ताव पर चर्चा और वोटिंग हो सकती है। अगर प्रस्‍ताव मंजूर होता है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आधिकारिक पता 7, रेसकोर्स रोड से बदलकर 7, एकात्‍म मार्ग हो जाएगा। लेखी ने अपने प्रस्‍ताव में तर्क दिया है कि रेसकोर्स नाम भारतीय परंपरा से मिलता जुलता नहीं है, इसलिए इसे बदला जाना चाहिए। उन्‍होंने सुझाव दिया कि देश इस वर्ष पंडित दीन दयाल उपाध्‍याय की जन्‍मशती मना रहा है, इसलिए नाम बदलने से जनता के बीच बड़े पैमाने पर ‘एकात्‍म’ का दर्शन फैलेगा। प्रस्‍ताव में यह भी कहा गया है कि यह नाम हर प्रधानमंत्री को लोगों के प्रति उनकी जिम्‍मेदारी का ध्‍यान दिलाएगा। रेसकोर्स एरिया दिल्‍ली नगर निगम के परिक्षेत्र में आता है और लेखी इसके बोर्ड की सदस्‍य हैं, जिसके अध्‍यक्ष दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं। चूंकि केजरीवाल सेहत के चलते छुट्टी पर हैं, लेखी नगर निगम की बैठक की अध्‍यक्षता करेंगी। इसलिए माना जा रहा है कि नाम बदलने की प्रक्रिया आसानी से पूरी कर ली जाएगी।

26 मई, 2014 को प्रधानमंत्री बनने वाले नरेंद्र मोदी 30 मई, 2014 को 7 रेसकोर्स में शिफ्ट हुए थे। 12 एकड़ में फैले इस आवास में पांच बंगले हैं। फुटबॉल के दस मैदानों के बराबर क्षेत्रफल वाले इस निवास में 1, 3, 5, 7 और 9 नंबर के बंगले हैं। मोदी 5 नंंबर के बंगले में रहते हैं, जिसे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कार्यालय के तरह इस्‍तेमाल करते थे। बंगला नंबर 1 की जगह को हेलीपैड की तरह इस्‍तेमाल किया जाता है। 7 नंबर बंगला प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगे स्‍पेशल प्रोटेक्‍शन ग्रुप यानी एसपीजी के पास है। प्रधानमंत्री निवास के भीतर से सफदरजंग एयरपोर्ट तक जाने के लिए सुरंग बनाई जा रही है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एक, सफदरजंग रोड पर रहा करती थीं। उनकी हत्‍या के बाद प्रधानमंत्री निवास के तौर पर 7 रेसकोर्स रोड को चुना गया था।

READ ALSO: बाबा रामदेव बोले- मुंह तोड़ जवाब देने से कुछ नहीं होगा, PoK में घुसकर हमला करना होगा

प्रधानमंत्री निवास के बंगलों को रॉबर्ट टोर रसेल ने डिजायन किया था जो ब्रिटिश आर्किटेक्ट एडविन लुटियंस की टीम का हिस्सा थे। लुटियंस ने 1920-1930 के दशक के बीच नई दिल्ली को डिजाइन किया था। रसेल ने ही तीन मूर्ति भवन और कनॉट प्लेस भी डिजायन किया था।