Prime Minister Narendra Modi Independence Day 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से सिंधु जल समझौते को लेकर साफ संदेश दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि खून और अपनी एक साथ नहीं बहेगा और सिंधु जल संधि को लेकर किया गया समझौता भारत को मंजूर नहीं है।

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार ने सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया था।

Independence Day 2025 LIVE Updates:

पीएम मोदी ने कहा, ‘देश को पता लग गया है कि सिंधु जल समझौता कितना अन्यायपूर्ण और एकतरफा है। भारत से निकलती नदियों का पानी दुश्मन की धरती को सींच रहा है और मेरे देश की धरती प्यासी है। ये ऐसा समझौता था, जिसने पिछले सात दशक से मेरे देश के किसानों का अकल्पनीय नुकसान किया। हिंदुस्तान के हक के पानी पर अधिकार यहां के किसानों का है। किसान हित में, राष्ट्र हित में सिंधु जल संधि समझौता हमें मंजूर नहीं है।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से सिंधु जल समझौते को लेकर यह बयान देकर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है क्योंकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ सहित तमाम नेता सिंधु जल समझौते को लेकर अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं।

सिंधु जल संधि क्या है? इसके रद्द होने से पाकिस्तान पर क्या प्रभाव पड़ेगा

प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें लाल किले की प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर के वीर जवानों को सैल्यूट करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि हमारे वीर, जांबाज सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है।

भारत और पाकिस्तान के बीच 19 सितंबर, 1960 को सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने साफ किया रुख

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने सिंधु जल संधि समझौते को लेकर कई बार अपना रुख साफ किया है। जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने भी कहा था कि भारत इस बात को सुनिश्चित करेगा कि सिंधु नदी के पानी की एक भी बूंद पाकिस्तान को न जाए। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा था कि सिंधु जल संधि ऐतिहासिक गलती थी और यह हमारे देश के किसानों का दुर्भाग्य था कि हमारे देश से बहने वाली नदियों का 80% पानी पाकिस्तान को दे दिया गया।

पीएम मोदी ने पहना नारंगी रंग का साफा, 15 अगस्त पर अलग अंदाज में आए नजर