प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने भाषण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तारीफ की। प्रधानमंत्री ने कहा कि आरएसएस एक ऐसा संगठन है जो पिछले 100 सालों से समाज और देश की सेवा के काम में लगा हुआ है। बताना होगा कि 2025 संघ का शताब्दी वर्ष है यानी संघ को इस साल 100 साल पूरे होने जा रहे हैं। इसकी स्थापना 1925 में नागपुर में केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज, मैं गर्व के साथ कहना चाहता हूं कि 100 वर्ष पूर्व, एक संगठन का जन्म हुआ – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)। राष्ट्र की सेवा के 100 वर्ष एक गौरवपूर्ण, स्वर्णिम अध्याय हैं। ‘व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण’ के संकल्प के साथ, मां भारती के कल्याण के उद्देश्य से, स्वयंसेवकों ने अपना जीवन मातृभूमि के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया… एक तरह से, आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा गैर सरकारी संगठन है। इसका 100 वर्षों का समर्पण का इतिहास है।”

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प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें लाल किले की प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर के वीर जवानों को सैल्यूट करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि हमारे वीर, जांबाज सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है।

पॉडकास्ट में RSS को सराहा था

इस साल मार्च में अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ “Lex Fridman Podcast” पॉडकास्ट में भी मोदी ने आरएसएस की प्रशंसा की थी। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा गया था कि आप आरएसएस के बारे में क्या बता सकते हैं और इस संगठन का आप पर क्या प्रभाव पड़ा? इसके जवाब में उन्होंने कहा था, “पिछले 100 साल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने दुनिया की चकाचौंध से दूर रहते हुए समर्पित भाव से काम किया है और यह मेरा सौभाग्य रहा कि ऐसे संगठन से मुझे जीवन के संस्कार मिले, मुझे लाइफ ऑफ परपज मिला, यह मेरा सौभाग्य रहा कि मैं कुछ समय के लिए संतों के बीच चला गया।”

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मोदी ने कहा था, “करोड़ों लोग आरएसएस से जुड़े हुए हैं, आरएसएस को समझना इतना आसान नहीं है, इसके काम को समझने की कोशिश करनी चाहिए। संघ आपको परपज ऑफ लाइफ के विषय में अच्छी दिशा देता है। संघ के कुछ स्वयंसेवकों ने सेवा भारती नाम का संगठन खड़ा किया है। सेवा भारती झुग्गियों में बिना किसी सरकारी सहायता के केवल समाज की सहायता के जरिये लगभग 125,000 सेवा प्रकल्प चलाते हैं। इसमें वे बच्चों को पढ़ाने व दूसरे काम करते हैं।”

मोदी ने कहा था कि संघ के स्वयंसेवक वनवासी कल्याण आश्रम भी चला रहे हैं।

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