प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा की जनता से वर्ष 2015 में एक वादा किया था। लेकिन, तीन साल बीतने के बाद भी वह वादा अब तक पूरा नहीं हुआ है। अब अगले साल लोकसभा के चुनाव भी होने हैं। ऐसे में पेशे से मूर्तिकार राउरकेला निवासी मुक्तिकंठ बिसवाल (30) ने पीएम मोदी को उनका वादा याद दिलाने के लिए अनूठा कदम उठाया है। उन्‍होंने राउरकेल से पदयात्रा कर दिल्‍ली आकर खुद पीएम मोदी को उनके द्वारा किए गए वादे को याद दिलाने का फैसला किया। बिसवाल ने 16 अप्रैल को राउरकेला से अपनी पदयात्रा शुरू की थी। ‘टाइम्‍स ऑफ इंडिया’ के अनुसार, वह गुरुवार (14 जून) को आगरा पहुंच गए। भीषण गर्मी के कारण वह एनएच-2 पर बेहोश हो गए थे। स्‍थानीय लोगों ने उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती कराया था। बिसवाल अब तक 1,350 किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं। उनके अगले सप्‍ताह दिल्‍ली पहुंचने की संभावना है। उन्‍होंने बताया क‍ि वह एक दिन में 20-25 किमी की यात्रा कर लेते हैं।

बिसवाल ने बताया क‍ि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रैल, 2015 में राउरकेला के लागों से ब्राह्मणी नदी पर पुल बनाने और इस्‍लाम जेनरल हॉस्पिटल को सुपर स्‍पेशियलिटी अस्‍पताल में बदलने का वादा किया था। बिसवाल की मानें तो इन वादों पर अब तक अमल नहीं किया गया है। उन्‍होंने बताया क‍ि ब्राह्मणी नदी पर बनने वाले पुल का काम अब तक अधूरा है। यह राउरकेला और आसपास के लोगों के लिए जीवनरेखा है, ऐसे में पुल का निर्माण कार्य पूरा होना बेहद जरूरी है। बिसवाल ने कहा, ‘मैं झारखंड और बिहार की यात्रा पूरी करने के बाद उत्‍तर प्रदेश में दाखिल हुआ हूं। मैं हरियाणा से होकर नई दिल्‍ली पहुंचुंगा। इस यात्रा के दौरान मैं कुल मिलाकर 1,538 किलोमीटर की यात्रा भी पूरा करूंगा।’ उन्‍होंने बताया कि जब कोई केंद्रीय मंत्री ओडिशा पहुंचते हैं तो पुल‍ का निर्माण कार्य शुरू हो जाता है, लेकिन कुछ‍ दिनों के बाद काम फिर से रुक जाता है। बिसवाल के अनुसार, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से व्‍यक्तिगत तौर पर मिलकर इन सब मुद्दों से उन्‍हें अवगत कराएंगे। साथ ही उन्‍होंने कहा कि पीएम मोदी से मिलने का समय न मिलने पर वह दिल्‍ली में ही धरने पर बैठ जाएंगे। बकौल बिसवाल, राजनेताओं को जनता की समस्‍या के प्रति सचेत और सजग रहना चाहिए। उन्‍होंने पीएम मोदी को इसी बात की याद दिलाने के लिए सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा शुरू की।