प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मिनिस्ट्री ऑफ शिपिंग (जहाजरानी मंत्रालय) का नाम बदलने का ऐलान किया। अब इसे मिनिस्ट्री ऑफ पोर्टस, शिपिंग एंड वॉटरवेज के नाम से जाना जाएगा। पीएम ने यह ऐलान वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए गुजरात के हज़ीरा में रो-पैक्स टर्मिनल का उद्घाटन करने के दौरान किया। पीएम ने ऑनलाइन माध्यम से ही हजीरा और घोघा के बीच रो-पैक्स फेरी सेवा को फ्लैग ऑफ किया। इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी मौजूद रहे।

पीएम ने इस ऐलान के साथ कहा, “भारत के समुद्र आत्मनिर्भर भारत का अहम हिस्सा बनकर उभरें, इसके लिए काम किया जा रहा है। सरकार की कोशिशों को बल देने के लिए ही एक और बड़ा कदम लिया गया है।” पीएम ने आगे कहा, “मंत्रालय का दायरा बढ़ा दिया गया है। विकसित अर्थव्यवस्थाओं में कई जगहों पर जहाजरानी मंत्रालय ही बंदरगाहों और जलमार्गों का कार्य भी देखती हैं। भारत में भी जहाजरानी मंत्रालय बंदरगाहों और जलमार्गों से जुड़ा काफी काम देखता है। इसलिए नाम में स्पष्टता, काम में भी स्पष्टता लाएगी।”

इससे पहले घोघा-हजीरा रोक पैक्स सेवा शुरू होने पर पीएम ने कहा, “आज घोघा और हज़ीरा के बीच रो-पैक्स सेवा शुरु होने से, सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात, दोनों ही क्षेत्रों के लोगों का बरसों का सपना पूरा हुआ है। इस सेवा से घोघा और हज़ीरा के बीच अभी सड़क की जो दूरी 375 किलोमीटर की है, वो समंदर के रास्ते सिर्फ 90 किलोमीटर ही रह जाएगी। यानि जिस दूरी को कवर करने में 10 से 12 घंटे का समय लगता था, अब उस सफर में 3-4 घंटे ही लगा करेंगे।

पीएम ने बताया कि अब समुद्र के रास्ते पशुपालकों और किसानों के उत्पाद और तेजी से, ज्यादा सुरक्षित तरीके से बाज़ार तक पहुंच पाएंगे। इसी तरह सूरत में कारोबार करने वाले साथियों के लिए भी ट्रांसपोर्टेशन बहुत सस्ता और आसान हो जाएगा।