राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सोमवार को मतदान संपन्न हुआ। वहीं मतगणना 21 जुलाई को होगी। राष्ट्रपति कैंडिडेट को लेकर चल रही एक टीवी डिबेट के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह आपस में भिड़ गए।
संबित पात्रा ने कहा कि मुझे तो समझ नहीं आ रहा कि यह उत्तर कहां से लाते हैं। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के प्रवक्ताओं को प्रणाम करता हूं। इसी दौरान कांग्रेस प्रवक्ता ने हाथ उठाकर संबित पात्रा को आशीर्वाद दिया कि खुश रहो। संबित पात्रा ने आगे कहा कि कांग्रेस के नेता कहते हैं कि प्रधानमंत्री ने द्रौपदी मुर्मू को हमारे अनांउसमेंट के 36 घंटे के बाद कैंडिडेट की घोषणा कर दी तो यह लोकतंत्र की हत्या हो गई।
पात्रा ने तंज कसते हुए कहा कि पूछना था सोनिया गांधी से जाकर कि बताइए सोनिया जी हम किसको राष्ट्रपति बनाएं। उन्होंने कहा कि क्यों पूछना था, क्योंकि जब आपने देखा द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति की कैंडिडेट हो रही हैं। आपको लगता है कि इससे ट्रैवल वेलफेयर होगा तो आप यशवंत सिन्हा को बैठा देतीं। आप कहतीं कि द्रौपदी मुर्मू अच्छी कैंडिडेट हैं, हम उनको सपोर्ट करेंगे।
बीजेपी प्रवक्ता ने कांग्रेस प्रवक्ता से कहा कि आप लोगों को इनटाइटलमेंट का अभ्यास हो चुका है। आप लोगों को लगता है जो प्रथम परिवार (कांग्रेस परिवार) के निकट है, उसे ही प्रत्याशी घोषित करना चाहिए। उसे ही राष्ट्रपति के पद पर बैठाना चाहिए या फिर प्रथम परिवार द्वारा नियुक्त कोई मूर्ति वहां बैठेगी। उन्होंने कहा कि पहले पद्म पुरस्कार किसको मिलता था। संबित पात्रा बोल ही रहे थे कि कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने टोक दिया। इस पर संबित पात्रा ने अखिलेश सिंह से कहा कि आपसे निवेदन है कि पहले आप अपनी पार्टी का अध्यक्ष चुनिए उसके बाद देश का प्रेसिडेंट चुनना।
अखिलेश सिंह ने कहा कि एंकर को भी कुछ बोलने दीजिए। इसके जवाब में संबित पात्रा ने कहा कि यह सब हमारे देश के चैनल हैं। आप जाकर श्रीलंका के चैनल पर डिबेट करिएगा। पात्रा ने कहा कि खुद की पार्टी का अध्यक्ष चुन नहीं पा रहे, चले हैं पूरे हिंदुस्ताना का प्रेसिडेंट बनाने।
संबित पात्रा के सवालों का जवाब देते हुए अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि आदिवासी को देश का राष्ट्रपति होना चाहिए, हम भी कह रहे। उन्होंने कहा कि यह सरकार जिस आदिवासी को लेकर अपने आप को ढाल बना रही है। उन आदिवासियों के वन अधिकार नियम को सरकार डाल्यूड कर रही है। यह बीजेपी का चरित्र है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तो वो अपना प्रेसिडेंट घोषित करने से पहले राय-मशविरा करती थी। सभी विपक्ष के नेताओं से रायशुमारी की थी। अखिलेश ने कहा कि जिस प्रथम परिवार की बात कर रहे हो, वो त्यागी और बलिदानी परिवार है।