मशहूर वकील प्रशांत भूषण ने गवर्निंग काउंसिल्स ऑफ एनजीओज- सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन (CPIL), कॉमन कॉज और स्वराज अभियान से इस्तीफा दे दिया है। उनके खिलाफ बार काउंसिल ऑफ दिल्ली में शिकायत की गई थी। इसके बाद, बार काउंसिल ने उन्हें अडवाइजरी जारी करके कहा था कि प्रशांत भूषण इन संगठनों की ओर से अदालत में पैरवी न करें।

प्रशांत भूषण के ऑफिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ‘भूषण ने एनजीओ से इस्तीफा दे दिया है क्योंकि बार काउंसिल ऑफ इंडिया के नियम वकीलों को उन संगठनों का प्रतिनिधित्व करने से रोकता है, जिसमें वे खुद पदाधिकारी हों।’ रिटायर्ड मेजर एसके पुनिया ने बार काउंसिल ऑफ दिल्ली के समक्ष अपनी शिकायत में कहा था कि भूषण सीपीआईएल, कॉमन कॉज और स्वराज अभियान के पदाधिकारी होने के बावजूद कोर्ट में इन संगठनों की ओर से पेश हो रहे थे।

शिकायकर्ता का कहना था कि यह प्रोफेशनल स्टैंडर्ड को लेकर बार काउंसिल के नियमों का उल्लंघन है। बार काउंसिल ने इस मामले में भूषण से जवाब मांगा था। भूषण ने यह कबूल किया था कि उन्होंने इन संगठनों के लिए कोर्ट में पैरवी की। भूषण ने एक हलफनामा देकर इन संगठनों से इस्तीफा देने की बात कबूली है।