दूरदर्शन की एक अधिकारी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाइव भाषण को रोकना भारी पड़ गया। प्रसार भारती ने चेन्नई दूरदर्शन केंद्र के अधिकारी को अनुशासनात्मक कार्रवाई का हवाला देकर सस्पेंड कर दिया।

चेन्नई दूरदर्शन केंद्र में सहायक निदेशक आर वसुमति ने कथित रूप से आईआईटी मद्रास में पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में दिया गया भाषण का प्रसारण रोक दिया था। इंडिया टुडे की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि वरिष्ठ अधिकारियों ने डीडी पोडिगई टीवी पर पीएम मोदी के भाषण के प्रसारण की अनुमति दे दी थी। जबकि आर वसुमति ने इस भाषण का प्रसारण रोक दिया था।

प्रसार भारती की तरफ से जारी पत्र में सहायक निदेशक आर. वसुमति को सिविल सर्विस नियम 1965 के तहत तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया गया है। हालांकि प्रसार भारती की तरफ से वसुमति को सस्पेंड करने के पीछे के कारणों की स्पष्ट रूप से जानकारी नहीं दी गई है। पत्र में केवल अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात की गई है।

यह पत्र 1 अक्तूबर 2019 को जारी किया गया है। पत्र पर प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शशि शेखर वेमपति के हस्ताक्षर हैं। खबर के अनुसार प्रसार भारती के एक अधिकारी ने बताया कि साफ आदेश होने के बावजूद सहायक निदेशक वासुमति ने हैकाथॉन के एक हिस्से का प्रसारण नहीं करने का निर्णय लिया। प्रथम दृष्टया यह ‘जानबूझकर अवज्ञा’ का मामला दिखाई देता है।

इस पत्र की प्रति को सहायक निदेशक (कार्यक्रम) आर. वसुमति, दूरदर्शन केंद्र चेन्नई और दूरदर्शन महानिदेशक को भी भेजी गई है। सूत्रों के अनुसार इस घटना से पहले सहायक निदेशक ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को ई-मेल के जरिये यह पूछा था कि क्या इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जाना चाहिए। इसके जवाब में साफ तौर पर इसके प्रसारण की बात कही गई थी।

जानकारी के अनुसार पीएम मोदी ने 30 सितंबर को आईआईटी मद्रास के दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में अपना भाषण दिया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने यहा सिंगापुर-इंडिया हैकाथॉन के विजेताओं के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में भी मौजूद थे। कार्यक्रम में पीएम ने आसियान देशों के लिए हैकाथॉन शुरू करने का भी प्रस्ताव रखा था।