गोवा में मोनहर पर्रिकर का राजकीय सम्मान के साथ सोमवार (18 मार्च) को अंतिम संस्कार कर दिया गया। साथ ही प्रदेश का नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर भी सहमति बन गई। सूत्रों के मुताबिक प्रमोद सांवत गोवा के अगले मुख्यमंत्री होंगे। सावंत पर्रिकर का स्थान लेंगे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक सहयोगी दलों के साथ हुए समझौते के तहत भाजपा के गठबंधन सहयोगियों के दो विधायक उपमुख्यमंत्री होंगे। दो उपमुख्यमंत्री में गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के प्रमुख विजय सरदेसाई और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के विधायक सुदीन धावलीकर शामिल हैं। सोमवार को ही अपने सहयोगी दलों के साथ हुई कई बैठकों के बाद भाजपा राज्य में इस गतिरोध को दूर करने में सफल रही।

भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, “हम गठबंधन के सहयोगियों को राजी करने में सफल रहे और राज्य के लिए दो उपमुख्यमंत्रियों के फार्मूले को अंतिम रूप दिया।” केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार की शाम को कहा था कि गोवा के अगले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों के बीच आम राय नहीं बन पाई है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी के तीन, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन और तीन निर्दलीय विधायकों के साथ भाजपा विधायकों की बैठक रविवार देर रात से अब तक कई बार हो चुकी थी।

पर्रिकर एक गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे थे जिसमें भाजपा, जीएफपी, एमजीपी और तीन निर्दलीय शामिल थे। इस समय कांग्रेस 14 विधायकों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी है। चालीस सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा के 12 विधायक हैं। भाजपा विधायक फ्रांसिस डिसूजा के निधन तथा रविवार को पर्रिकर के निधन और पिछले वर्ष कांग्रेस के दो विधायकों सुभाष शिरोडकर तथा दयानंद सोप्ते के इस्तीफों के कारण विधानसभा की क्षमता घटकर अब 36 हो गई है।

गोवा कांग्रेस के सभी विधायकों ने सोमवार को राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात की और तटीय राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया। विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर के नेतृत्व में सभी 14 कांग्रेसी विधायक राजभवन गए और सिन्हा को यह कहते हुए एक पत्र सौंपा कि उनकी विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है और उन्हें सरकार बनाने की अनुमति दी जानी चाहिए।