जेडीएस के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को पिछले महीने उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। उन्हें हाल ही में उन्हें परप्पना अग्रहारा केंद्रीय कारागार के पुस्तकालय में लिपिकीय काम दिया गया है। जेल विभाग के सूत्रों ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में यह पुष्टि की है कि प्रज्वल रेवन्ना ने पांच दिन पहले जेल पुस्तकालय में काम करना शुरू किया।

प्रज्जवल जेल में किताबों के रिकॉर्ड संभाल रहा है और लिपिकीय काम कर रहा है। जेल नियमों के तहत, प्रज्वल रेवन्ना को अकुशल श्रमिक के रूप में वर्गीकृत किया गया था। पुस्तकालय में काम सौंपे जाने से पहले उसे बेकरी, बढ़ईगीरी, बागवानी, पशुपालन या शिल्प जैसे विकल्प दिए गए थे।

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रज्वल रेवन्ना को अपने काम के लिए 520 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से दिए जाएंगे। जेल प्रोटोकॉल के अनुसार, समय के साथ उसकी मजदूरी में इजाफा किया जाएगा। सजा सुनाए जाने के बाद प्रज्वल रेवन्ना को उच्च सुरक्षा वाली कोठरी से दोषियों के सेक्शन में ट्रांसफर कर दिया गया। उसे जेल में वर्दी संख्या 15528 जारी की गई है।

दो अगस्त को सुनाई गई थी आजीवन कारावास

कर्नाटक की एक विशेष अदालत ने प्रज्वल रेवन्ना को बलात्कार के एक मामले में पिछले महीने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। सांसदों/विधायकों के लिए विशेष अदालत के न्यायाधीश संतोष गजानन भट ने दोषी पर कुल 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया। अदालत ने 34 वर्षीय रेवन्ना को उसके खिलाफ दर्ज यौन शोषण और बलात्कार के चार मामलों में से एक में दोषी ठहराया था।

यह मामला 48 वर्षीय उस महिला से जुड़ा है, जो हासन जिले के होलेनरसीपुरा में स्थित रेवन्ना परिवार के गन्निकाडा फार्महाउस में सहायिका के रूप में काम करती थी। वर्ष 2021 में उसके साथ दो बार बलात्कार किया गया था और आरोपी ने इस कृत्य को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया था। इससे पहले दिन में रेवन्ना ने कम सजा दिए जाने की अपील की और दावा किया कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया।

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