जम्मू हवाई अड्डा परिसर में स्थित वायुसेना स्टेशन पर विस्फोटकों से लदे दो ड्रोनों के गिरने के बाद हुए धमाके के बाद रविवार को गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है । अधिकारियों ने इसकी जानकारी देते हुए संकेत दिया कि यह मामला आतंकवाद से संबंधित मामलों की जांच करने वाली एजेंसी एनआईए द्वारा अपने हाथों में लिये जाने की संभावना है।
अधिकारियों ने बताया कि बीती रात को जम्मू हवाई अड्डा परिसर में स्थित वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन गिरे है। उन्होंने बताया कि ऐसा शायद पहली बार हुआ है कि पाकिस्तान के संदिग्ध आतंकवादियों ने हमले में मानवरहित यान का इस्तेमाल किया है। अधिकारियों ने कहा, ‘‘ एनआईए द्वारा इस मामले को अपने हाथ में लिये जाने की संभावना है। जांच से जुड़ने के बाद वह (एनआईए) विस्फोट स्थल पर जांच की पहले से निगरानी कर रही है।’
#WATCH | Bomb Disposal Squad rushed to the explosion site in Jammu airport’s technical area pic.twitter.com/K5XOy7hnDC
— ANI (@ANI) June 27, 2021
सूत्रों का कहना है कि घायल हुए एक व्यक्ति को स्प्लिंटर से चोट लगी। बताया गया है कि यह धमाका शनिवार देर रात 1.42 बजे हुआ। धमाका इतना तेज था कि इसकी आवाज एक किमी दूर तक सुनाई दी। पहले विस्फोट के कारण एक इमारत की छत ढह गई और दूसरा विस्फोट जमीन पर हुआ। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने इलाके को कुछ ही मिनटों में सील कर दिया। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले को लेकर UAPA के तहत केस दर्ज किया है।
इस घटना के तुरंत बाद पुलिस ने एक बम डिस्पोजल स्क्वाड और एक फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की टीम को टेक्निकल एरिया में जांच के लिए लगाया। इस बीच डिफेंस पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंदर आनंद ने बताया कि किसी व्यक्ति या किसी उपकरण को नुकसान की बात सामने नहीं आई है। फिलहाल जांच जारी है और आगे की जानकारी का इंतजार किया जा रहा है। भारतीय वायुसेना ने भी ट्वीट कर इस घटना की पुष्टि की।
IED के साथ एक संदिग्ध भी गिरफ्तार: बता दें कि इससे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने नरवाल में एक शॉपिंग मॉल के करीब से एक संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया। बताया गया है कि त्रिकुता नगर पुलिस ने संदिग्ध के पास से आईईडी बरामद किया है। एडीजीपी ने कहा कि आईईडी का वजन करीब पांच किलो के आसपास है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में एक और व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
अलर्ट जारी: घटना के बाद रविवार को पंजाब के सीमावर्ती जिले पठानकोट में चौकसी बरती जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि पठानकोट में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के आसपास कड़ी निगरानी की जा रही है। पांच साल पहले पठानकोट वायु सेना बेस पर आतंकी हमला हुआ था। पुलिस ने बताया कि पठानकोट और आसपास के क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गयी है और अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं।