केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के बीच लगातार आई तनातनी की खबरों के बीच नरेंद्र मोदी सरकार को नामी इन्वेस्टर और सीएलएसए के प्रबंधकीय निदेशक और इक्विटी रणनीतिकार क्रिस्टफर वुड का समर्थन मिला है। उन्होंने बुधवार (14 नवंबर) को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि आरबीआई की कड़ी मौद्रिक नीतियों को लेकर मोदी सरकार का शिकायत करना ठीक बात है। सरकार का आरबीआई से नरम रुख अपनाने की अपील करना सही है।

वुड, अपने साप्ताहिक न्यूजलेटर ‘ग्रीड एंड फियर’ के लिए भी जाने जाते हैं। सीएलएसए की 21वीं इंडिया इन्वेस्टर कॉन्फ्रेंस में उन्होंने मोदी सरकार को 10 में से आठ नंबर दिए। उन्होंने इस रेटिंग के पीछे का कारण बताते हुए कहा, “चूंकि सरकार बैंक संबंधी समस्याओं को पहले नहीं भांप पाई, लिहाजा मैं उसे आठ नंबर दूंगा।” नोटबंदी के फैसले की तारीफ करते हुए वह आगे बोले कि मोदी सरकार ने यह फैसला बेहद बहादुरी के साथ लिया, जो कि जांबाजी से कम नहीं है। दिवालिएपन को लेकर बना कानून (इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड) देश के लिए बड़ा सुधार है।

उन्होंने आगे बताया, “आईएलएंडएफएस संकट बड़ी समस्या है। कुछ बैंकों की दिक्कतों ने साबित किया कि वह घरेलू बाजार के लिए दोगुनी समस्या से कम नहीं है।” आगे, पांच राज्यों में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा- इन चुनावों के नतीजे बीजेपी से ज्यादा विपक्षी दलों के लिए अहम होंगे। बकौल वुड, “कांग्रेस को इन विधानसभा चुनावों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना) में अच्छा प्रदर्शन करना पड़ेगा, क्योंकि आगे उसे 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए फंडिंग भी चाहिए।”

आपको बता दें कि सोमवार (12 नवंबर) को छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान संपन्न हुआ है, जबकि सात दिसंबर के पहले-पहले यहां दूसरे चरण व अन्य राज्यों में वोटिंग हो जाएगी। वहीं, चुनाव के परिणाम 11 दिसंबर को जारी किए जाएंगे।