जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हो गए थे। उस हमले के बाद से ही सेना ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी थी। अब उसी जांच में कुछ बड़े और हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं। सबसे बड़ा खुलासा तो ये है कि इस हमले में आतंकियों को लोकल लोगों की पूरी मदद मिली थी। खाने से लेकर रहने की जगह तक का इंतजाम किया गया था। डीजीपी दिलबाग सिंह ने ये बात कही थी और अब आर्मी ने भी उसी दिशा में एक बयान जारी किया है।

पाकिस्तान की साजिश, सेना की जुबानी

सेना ने कहा है कि हाल ही में पुंछ में जो हमला हुआ, कुछ समुदाय के लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, इस बात पर विश्वास करना भी मुश्किल है। ऐसी घटनाओं से दूर रहना चाहिए, बचना चाहिए। अब सेना ने हिदायत तो दी ही, पाकिस्तान को भी खरी-खरी सुनाई। जोर देकर कहा गया कि जब से 370 हटाया गया है, पाकिस्तान घाटी के युवाओं को गुमराह करने का काम कर रहा है।

पाकिस्तान को लेकर सेना ने जारी बयान में बताया कि 370 हटने के बाद से पाकिस्तान नहीं चाहता कि कश्मीर में शांति कायम हो, वो नहीं चाहता कि यहां चुनाव हो। इसी वजह से वो युवाओं को गुमराह कर रहा है, उन्हें आतंकी बनने की ट्रेनिंग दे रहा है, उन्हें ड्रग की लत लगवा रहा है। सेना ने इस बात पर भी जोर दिया है कि पाकिस्तान अभी गरीब तबके को भी अपने फोकस में ले रहा है, उनका भी ब्रेन वॉश किया जा रहा है।

जाति-धर्म से ऊपर उठकर साथ आने का संदेश

वैसे सेना एक तरफ लोकल सपोर्ट को लेकर चिंता जाहिर की, तो वहीं दूसरी तरफ पुंछ के इतिहास को भी याद किया। सेना के मुताबिक पुंछ ने ही 1948, 1962, 1971 और 1999 में युद्ध लड़ा है, जब भी किसी ने अशांति फैलाने की कोशिश की है, लोगों ने जाति-धर्म से ऊपर उठकर मुकाबला किया है।

जानकारी के लिए बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एक आतंकी हमले में राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के 5 जवानों की जान चली गई। पुंछ जिले में गुरुवार (20 अप्रैल) की दोपहर सेना के वाहन पर अज्ञात आतंकवादियों ने गोलीबारी की जिसमें पांच जवान शहीद हो गए। पुंछ हमले की जांच NIA की विशेष टीम द्वारा की जा रही है।