गणतंत्र दिवस पर किसानों की परेड के दौरान हुई हिंसा से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें कि प्रदर्शनकारी पुलिस वालों को दौड़ाते नजर आ रहे हैं। एक बाइकसवार पुलिस वाले को प्रदर्शनकारी भगा देते हैं और फिर उसकी बाइक छीनकर चलाने लगते हैं।

बता दें कि किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में दीप सिद्धू नाम के शख्स का नाम सामने आ रहा है। दीप सिद्धू प्रदर्शकारियों के साथ लाल किले पर दिखा था। जहां प्रदर्नशकारियों ने जमकर हंगामा किया। आरोप है कि उसी ने लाल किले की प्राचीर पर सिख धर्म का झंडा लहराया।

इस घटना के बाद से देशभर में लोगों में भारी गुस्सा है। जो लोग किसानों के आंदोलन का समर्थन कर रहे थे वे भी इस काम की निंदा कर रहे हैं। हालांकि सिद्धू ने फेसबुक पर कहा है कि उसने राष्ट्रीय ध्वज को नहीं हटाया है बल्कि धर्म का निशान लगाया है। सिद्धू ने अपना बचाव किया है। उन्होंने कहा कि अपना विरोध जाहिर करने के लिए हमने ऐसा किया।


दीप सिद्धू ने पूरे घटना क्रम के लिए सरकार को ही कसूर वार ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को नजरअंदाज कर रही थी। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद सरकारी संपत्ति को या किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था। कई किसान नेताओं ने हिंसा का ठीकरा सिद्धू के सिर फोड़ा है और खुद को इस हिंसा से अलग किया है।

दीप सिद्धू इससे पहले अभिनेता सनी देओल के लिए लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान साथ दिखे थे। हालांकि सनी देओल ने साफ किया है कि उनका और उनके परिवार का दीप सिद्धू से लेना देना नहीं है।

संयुक्त किसान मोर्चे ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों ने कल की परेड को हिंसक बनाया। राकेश टिकैत ने कहा कि दीप सिद्धू किसान नहीं है। बीजेपी का कार्यकर्ता है। किसानों का कहना है कि पुलिस को दीप सिद्धू को रोकना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं किया गया।