सुप्रीम कोर्ट से इस साल 22 जून को रिटायर हुए जस्टिस (रिटायर्ड) जे चेलामेश्वर ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई है। इसके मुताबिक, खुद को असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस बताने वाले शख्स ने चेलामेश्वर के बेटे को गिरफ्तार करने की धमकी दी। जस्टिस चेलामेश्वर उस वक्त सुर्खियों में आ गए थे जब उन्होंने तत्कालीन चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए तीन अन्य जजों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। चेलामेश्वर ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि कॉलर ने अपना परिचय मधापुर एसीपी शिव कुमार के तौर पर दी। रिटायर्ड जस्टिस ने बताया कि मंगलवार को उस शख्स ने उनके बेटे जस्ती रामगोपाल के घर पर फोन करके दावा किया कि उनके खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी हुआ है। शिकायत के मुताबिक, यह भी कहा कि पुलिस अफसरों की एक टीम उनके बेटे को गिरफ्तार करने के लिए उनके गचिबोली स्थित आवास पहुंच रही है।
रिटायर्ड जज ने कहा कि उनकी बहू ने इस फोन कॉल का जवाब दिया। शुरुआत में लगा कि कोई गलती हुई है क्योंकि कॉल करने वाले ने किसी विनय कृष्ण के बारे में पूछा था। इसके बाद, बहू ने फोन करने वाले को कहा कि वह जस्टिस चेलामेश्वर के तीसरे बेटे जस्ती लक्ष्मीनारायण को कॉल करें। लक्ष्मीनारायण और रामगोपाल का घर आसपास ही है। रिटायर्ड जज ने कहा कि जब उनके बेटे ने उन्हें इस कॉल की जानकारी दी तो उन्होंने एक सीनियर पुलिस अफसर को फोन किया। इसके बाद, कॉल करने वाले के बारे में पता करने के लिए कुछ सीनियर अफसरों को भेजा गया। उन्होंने कहा, ‘मधापुर पुलिस स्टेशन के कुछ कर्मी मेरे बेटे के नाम और पते की पुष्टि करने आए। यह पता चला कि कॉल करने वाला तमिलनाडु का एक पुलिस अफसर है लेकिन उसने अपनी पहचान मधापुर एसीपी के तौर पर दी। ‘
चेलामेश्वर ने बताया कि अरेस्ट वॉरंट तमिलनाडु के रहने वाले विनय कृष्ण नाम के एक शख्स के खिलाफ जारी हुआ था, जिसने गलत पता दे दिया था। उन्होंने कहा, ‘हैदराबाद के पुलिस अफसरों ने कॉल करने वाले अफसर को फोन करके सफाई मांगी। उसे अपनी गलती का एहसास हो गया। अब वह मेरे कॉल्स का जवाब नहीं दे रहा। हमने इस गैरजरूरी उत्पीड़न के लिए उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।’ मधापुर के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस विश्वा प्रसाद ने कहा कि पुलिस को जस्ती लक्ष्मीनारायण की ओर से एक शिकायत मिली है और इसे संबंधित पुलिस स्टेशन के पास भेज दिया जाएगा।
