ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे भारत यात्रा के दौरान बिना जूतों के नजर आईं। वह गांधी स्मृति वन में महात्मा गांधी को श्रृद्धांजलि देने पहुंची थी। गांधी के सम्मान में उन्होंने जूते ही नहीं बल्कि मोजे भी नहीं पहने। ब्रिटिश मीडिया में उनके इस कदम को खबर के तौर पर पेश किया गया। थेरेसा जूतों की शौकीन बताई जाती है और उनके जूतों का कलेक्शन ब्रिटिश मीडिया में खबरें भी बनती रही है। हालांकि भारतीय पोशाक भी उन्हें पसंद है। 2010 में वह इवेंट के दौरान मे सिल्क की साड़ी और फ्लैट हिल्स में नजर आईं थी। उनका यह लुक बहुत फेमस भी हुआ था। बता दें कि थेरेसा अपने स्टाइल और शूज कलेक्शन के लिए चर्चित रही हैं। उन्हें कई मौकों पर विभिन्न शूज्स और आउटफिट्स में देखा गया है। मे के चीते की खाल जैसे दिखने वाले शू कलेक्शन मीडिया की सुर्खियों में भी रह चुके हैं।
शू क्लेक्शन को लेकर उनकी दीवानगी इस कदर है कि वह कह चुकी हैं मुझे इस बात से कोई इनकार नहीं कि मैं अपने जूतों की वजह से फेमस हूं। साल 2002 में थेरेसा कंजरवेटिव पार्टी की मीटिंग में चीते की खाल की तरह दिखने वाले जूते पहनकर पहली बार सामने आई थी, जिसे पहने वह आज भी नजर आती हैं।
भारत यात्रा के दौरान थेरेसा मे ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने भारत से कहा कि अगर वह वीजा नियमों में ढील चाहते हैं तो गैरकानूनी रूप से रह रहे हजारों अप्रवासी भारतीयों को वापस लाएं। उन्होंने भरोसा जताया है कि भारत, यूके में गैरकानूनी रूप से रह रहे अप्रवासियों को वापस लेगा। हैदराबाद हाउस में हुई मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि वह वीजा के नियमों में सुधार पर और अधिक विचार करेंगी। यूके ने जुलाई महीने में भारतीयों के लिए 4,60,000 वीजा जारी किए थे। भारतीय राजनयिकों और अधिक स्टूडेंट और वर्क वीजा की जरुरत होने का दावा किया है।
प्रधानमंत्री बनने के बाद थेरेसा मे पहली बार भारत आईं। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य व्यापार, निवेश, रक्षा और सुरक्षा के प्रमुख क्षेत्रों में भारत और ब्रिटेन के संबंधों को मजबूत करना है। यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर होने के बाद थेरेसा ने जुलाई में प्रधानमंत्री का कामकाज संभाला था और उसके बाद यूरोप के बाहर यह उनका पहला द्विपक्षीय दौरा है।

वीडियो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को जन्मदिन की बधाई दी