प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सारे सांसदों को अपने-अपने क्षेत्र जाने का फरमान सुनाया है। उन्‍हें कहा गया है कि वे सात दिन रहकर लोगों को सरकार द्वारा किए गए काम के बारे में बताएं और उनसे उनकी उम्‍मीदें जानें। सांसदों के जरिए आई जनता की प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री के सामने रखी जाएगी। 10 मई को सांसदों से मुलाकात में मोदी ने उन्‍हें यह टास्‍क अपनी सरकार की दूसरी सालगिरह के मद्देनजर दिया है। नरेंद्र मोदी की सरकार 26 मई को दो साल पूरे कर रही है।

दो साल पहले बीजेपी रिकॉर्ड बहुमत के साथ सत्ता में आई थी। इसके बाद नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार काम करके दिखाएगी और काम का पूरा हिसाब भी देगी। केन्द्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी के मुताबिक 200 से ज्‍यादा जगहों पर जाकर मंत्री अपने-अपने मंत्रालय की उपलब्धियों की जानकारी देंगे और लोगों की शिकायतें भी सुनेंगे।

पीएम मोदी के लिए सबसे बड़ी चुनौती संसद में अटके कई बिल पास कराने की है। इन बिलों के पारित नहीं होने से सुधार की प्रक्रिया भी अटकी पड़ी है। साथ ही नौकरियां पैदा करना और सूखे के बावजूद किसानों की आय बढ़ाना सरकार की बड़ी चुनौती है।