प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (रविवार) को 48वीं बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से देश को संबोधित किया। इस कार्यक्रम का प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन के माध्यम से किया गया। इस कार्यक्रम की शुरूआत पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बोलते हुए की। उन्होंने कहा कि हर भारतीय को हमारी सशस्त्र बलों और बहादुर सैनिकों पर गर्व है। हमारे सैनिकों ने हमेशा दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। इसके साथ ही उन्होंने स्वच्छता अभियान और सामाजिक न्याय की बात की। महात्मां गांधी के मंत्र की चर्चा की। देशवासियों को नवरात्रि, दुर्गापूजा, विजयादशमी की बधाई देते हुए कहा कि 31 अक्टूबर को ‘रनफॉरयूनिटी’ के जरिये समाज के हर वर्ग को, देश की हर इकाई को एकता के सूत्र में बांधने के हमारे प्रयासों को हम बल दें और यही महापुरूषों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
Mann Ki Baat : पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में स्वच्छता पर दिया जोर, कहा- हमें हमारे सेना पर गर्व
PM Narendra Modi's Mann Ki Baat 48th episode : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सर्जिकल स्ट्राइक पर बात करते हुए 'मन की बात' कार्यक्रम की शुरूआत की।
Written by जनसत्ता ऑनलाइन
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First published on: 30-09-2018 at 11:16 IST
Highlights
पीएम मोदी ने कहा कि, "मेरे प्यारे देशवासियो, नवरात्रि हो, दुर्गापूजा हो, विजयादशमी हो इस पवित्र पर्वों के लिए मैं आप सब को हृदयपूर्वक बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूँ। धन्यवाद!"
पीएम मोदी ने कहा, 'मेरे प्यारे देशवासियो, अक्टूबर महीना हो, जयप्रकाशनारायण जी की जन्म-जयन्ती हो, राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की जन्म शताब्दी वर्ष का प्रारंभ होता हो - ये सभी महापुरुष हम सब को प्रेरणा देते रहे हैं उनको हम नमन करते हैं। 31 अक्तूबर सरदार साहब की जयंती है, मैं अगली ‘मनकीबात’ में विस्तार से बात करूंगा। मैं आप सब से आग्रह करता हूँ कि 31 अक्तूबर को ‘रनफॉरयूनिटी’ के जरिये समाज के हर वर्ग को, देश की हर इकाई को एकता के सूत्र में बांधने के हमारे प्रयासों को हम बल दें और यही उनके लिए अच्छी श्रद्धांजलि होगी।'
पीएम मोदी ने कह, 'हमारे प्राण-प्रिय नेता हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमान अटलबिहारीवाजपेयी जी ने स्पष्ट रूप से कहा था कि मानव अधिकार हमारे लिए कोई परायी अवधारणा नहीं है। आज राष्ट्रीय स्तर पर मानव अधिकार के काम के साथ-साथ 26 राज्य मानवअधिकार आयोग भी गठन किया है। एक समाज के रूप में हमें मानव अधिकारों के महत्व को समझने और आचरण में लाने की आवश्यकता है - ये ही ‘सब का साथ - सब का विकास’ का आधार है।'
पीएम मोदी ने कहा, "मेरे प्यारे देशवासियो, जब न्याय की चर्चा होती है, तो मानव अधिकार का भाव उसमें पूरी तरह से समाहित रहता है। शोषित, पीड़ित और वंचित जनों की स्वतन्त्रता, शांति और उन्हें न्याय सुनिश्चित कराने के लिए - ये विशेष रूप से अनिवार्य है। डॉ० बाबा साहब अम्बेडकर द्वारा दिए गए संविधान में गरीबों के मूल अधिकारों की रक्षा के लिए कई प्रावधान किये गए हैं। अम्बेडकर के विजन से प्रेरित होकर 12 अक्तूबर 1993 को ‘राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग’ यानी #NHRC का गठन किया गया था।"
पीएम मोदी ने कहा कि आज जब हम पूज्य बापू का स्मरण कर रहें हैं तो स्वाभाविक है कि स्वच्छता की बात के बिना रह नहीं सकते। 15 सितम्बर से 'स्वच्छताहीसेवा’ एक अभियान प्रारंभ हुआ। करोड़ों लोग इस अभियान में जुड़े। मैं इसके लिए इन सभी देशवासियों को ह्रदय पूर्वक बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आपने बहुत बड़ी बात कही हर किसी के जीवन में स्वच्छता का अपना महत्व है और ‘स्वच्छभारतअभियान’ के तहत आपके घर में शौचालय बना और उससे अब आपको सुविधा हो रही है हम सब के लिए इससे ज्यादा खुशी की बात और क्या हो सकती है।
पूज्य बापू के साथ ही हम शास्त्रीजी की भी जयंती मनायेंगे। शास्त्री जी का नाम आते ही हम भारतवासियों के मन में एक असीम श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है | उनका सौम्य व्यक्तित्व हर देशवासी को सदा ही गर्व से भर देता है। कहते हैं कि लाल बहादुर शास्त्री जी खादी के पुराने या कटे-फटे वस्त्रों को भी इसलिए सहेज कर रखते थे क्योंकि उसमें किसी गरीब का परिश्रम छुपा होता था।
गाँधी जी के इस जंतर को याद करते हुए आने वाले दिनों में हम जब भी कुछ खरीद करें, तब हम जरुर देखें कि हमारी हर खरीदी में किसी-न-किसी देशवासी का भला होना चाहिए। विशेष अवसरों पर खादी और हैंडलूम के उत्पाद खरीदने के बारे में सोचें, इससे अनेक बुनकरों को मदद मिलेगी।
गांधी जी ने कहा था, " मैं आपको एक जंतर देता हूं। जब भी तुम्हें संदेह हो या तुम्हारा अहम तुम पर हावी होने लगे तो यह कसौटी आजमाओ। जो सबसे गरीब और कमजोर आदमी तुमने देखा है, उसे याद करो। उसकी शक्ल को याद करो और अपने दिल से पूछो कि जो कदम उठाने का तुम विचार कर रहे हो, वह उस आदमी के लिए कितना उपयोगी होगा। क्या उससे, उसे कुछ लाभ पहुंचेगा? क्या उससे वह अपने ही जीवन और भग्य पर कुछ काबू रख सकेगा? यानि क्या उससे उन करोड़ों लोगों को स्वराज मिल सकेगा, जिनके पेट भूखे हैं और आत्मा अतृप्त है। तब तुम देखोगे कि तुम्हारा संदेह मिट रहा है और अहम समाप्त हो रहा है।"
मेरे प्यारे देशवासियो, इस वर्ष 2 अक्टूबर एक विशेष महत्व है। अब से 2 साल के लिए हम महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती के निमित्त विश्वभर में अनेक विविध कार्यक्रम करने वाले हैं। महात्मा गाँधी के विचार ने पूरी दुनिया को प्रेरित किया है। बापू ने हम सभी को एक प्रेरणादायक मंत्र दिया, जो मंत्र आज बेहद प्रासंगिक है। इसे समाज के सभी वर्गों के लोगों ने अपनाया।पूज्य बापू लोक संग्राहक थे। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को ये अनुभव कराया कि वह देश के लिए सबसे महत्वपूर्ण और नितांत आवश्यक है। स्वतंत्रता संग्राम में उनका सबसे बड़ा योगदान ये रहा कि उन्होंने इसे एक व्यापक जन-आंदोलन बना दिया।
मैंने अभिलाष से टेलीफोन पर बात की। इतने संकट से बाहर आने के बाद भी उनका जो जज्बा था, हौसला था और फिर एक बार ऐसा ही कुछ पराक्रम करने का जो संकल्प उन्होंने बताया देश की युवा-पीढ़ी के लिए वो हमारे देश की युवा-पीढ़ी को जरूर प्रेरणा देगी
भारतीय वायु सेना आपदाओं के समय राहत और बचाव कार्य के सबसे आगे है। सभी मौकों पर उन्होंने राष्ट्र की रक्षा की है।
हमारे सैनिकों ने देश की शांति और विकास के वातावरण को बर्बाद करने की कोशिश करने वालों को मुहतोड़ जवाब दिया है।