प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट के फैसले पर राय मांगी है। नोटबंदी पर सर्वे के लिए नरेंद्र मोदी ऐप का प्रयोग करना होगा। इस सर्वे में 10 सवाल पूछे गए हैं। पीएम ने ट्वीट कर बताया, ”मैं करेंसी नोट को लेकर लिए गए फैसले पर आपकी प्रतिक्रया जानना चाहता हूं। नरेंद्र मोदी ऐप पर सर्वे में हिस्सा लीजिए।” गौरतलब है आठ नवंबर को पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन में नोटबंदी का एलान किया था। साथ ही कहा था कि पुराने नोट बदलने के लिए 30 दिसंबर तक का समय है। सरकार के इस फैसले को हालांकि लोगों का अच्छा समर्थन मिल रहा है। लोगों का कहना है कि कर चोरी और भ्रष्टाचार से बचने के लिए यह उपाय है। लेकिन ग्रामीण इलाकों में कैश की कमी के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को लगातार बैंकों में लाइनों में खड़े रहकर नोट बदलवाने पड़ रहे हैं। साथ ही जिन घरों में शादी है उन्हें पैसों की कमी झेलनी पड़ रही है।
विपक्ष भी बैंकों में पैसे की कमी और एटीएम बंद होने के मसले के जरिए सरकार को घेर रहा है। संसद में इसके चलते काम नहीं हो पा रहा है। विपक्ष पीएम के जवाब की मांग कर रहा है। वहीं सरकार का कहना है कि वित्त मंत्री नोटबंदी पर जवाब देने को तैयार है। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने आगरा में रैली के दौरान कहा था कि उन्होंने 50 दिन का समय मांगा था। अगर इस अवधि में वे यह काम पूरा नहीं कर पाएं तो उन्हें दोष दिया जाए। मंगलवार को भाजपा सांसदों को संबोधित करने के दौरान भी नोटबंदी पर मोदी भावुक हो गए थे। उन्होंने कहा कि 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बैन करने का फैसला गरीबों की मदद के लिए किया गया है।
I want your first-hand view on the decision taken regarding currency notes. Take part in the survey on the NM App. https://t.co/TYuxNNJfIf pic.twitter.com/mWv2frGn3R
— Narendra Modi (@narendramodi) November 22, 2016
पीएम ने कहा कि विपक्ष गलत जानकारी फैला रहा है। उन्होंने भाजपा सांसदों से कहा कि वे इस बारे में जनता को जागरूक करें और इस कदम के फायदे बताएं। नोटबंदी कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का अंत नहीं है बल्कि यह शुरुआत है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी कहा कि सरकार नोटबंदी पर चर्चा पर तैयार है। यह बहुत बड़ा निर्णय है और इसे लागू करने के लिए सरकार को बहुत हिम्मत चाहिए थी। पूरा देश इसका स्वागत कर रहा है, ये एक एतिहासिक कदम है। नोटबंदी से गरीबी मिटाने में मदद मिलेगी। यह फैसला देशहित में है। नोटबंदी से थोड़े दिन के लिए दिक्कत हो सकती है लेकिन जल्द ही स्थिति सुधर जाएगी।