प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरे दिन भाजपा सांसदों से मुलाकात की। 23 मार्च को उत्तर प्रदेश के सांसदों से मिलने के बाद शुक्रवार (24 मार्च) को मोदी ने गुजरात और राजस्थान के सांसदों के साथ ब्रेकफास्ट मीटिंग की। बाद में गोवा, अंडमान और निकोबार व दमन और दीव के सांसदों से भी पीएम मिले। बैठक में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार भी मौजूद रहे। बैठक में मौजूद रहे एक सांसद ने बताया, ”उन्होंने कहा हमें हमेशा चुनावी मोड में रहना चाहिए और केंद्र व राज्य सरकार की ओर से शुरू की गई योजनाओं पर लगातार काम करना चाहिए।” गुजरात के सांसदों से मुलाकात के दौरान वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी मौजूद रहे।
सूत्रों ने बताया कि मोदी चाहते थे कि ब्रेकफास्ट मीटिंग में सांसद अपने विचार रखें। प्रधानमंत्री ने बैठक में सांसदों से पूछा कि उनके राज्यों में योजनाओं का क्या हाल है। ज्यादातर सांसदों ने अच्छाइयों के बारे में ही बताया। एक सांसद ने बताया, ”प्रधानमंत्रीजी ने तब सांसदों से कहा कि वे कमियों के बारे में भी बता सकते हैं।” सांसदों को याद दिलाया गया कि वे गरीबों, समाज के कमजोर तबकों और किसानों के लिए केंद्र सरकार की योजनाएं प्रभावी रूप से लागू हो। एक अन्य सांसद ने बताया, ”उन्होंने कहा कि यह समय गुजरात और राजस्थान के चुनावों के लिए तैयार होने का है। उन्होंने तुरंत ही जोड़ा कि वास्तव में हमें हमेशा चुनावी मोड में रहना चाहिए।”
बता दें कि गुजरात और राजस्थान दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार है। राजस्थान में साल 2018 में चुनाव होंगे। वही गुजरात में इस साल के आखिर में चुनाव होने हैं। यहां पर भाजपा लगातार 19 साल से सत्ता में है। इस बार पार्टी ने यहां पर 182 में से 150 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।
भाजपा की ओर से बाद में जारी किए गए बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने सांसदों से लेनदेने के लिए डिजीटल प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने और लोगों तक पहुंच बनाने के लिए सोशल मीडिया से जुड़ने को कहा। बैठक के दौरान अमित शाह ने सांसदों को नए ओबीसी आयोग के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह फैसला मील का पत्थर है और पिछड़े वर्ग के लोगों के जीवन में सुधार में कारगर होगा। सांसदों को गुजराती खाना और फल परोसे गए। सोमवार ( 27 मार्च) को पीएम मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के सांसदों से मुलाकात करेंगे।