प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के केरल दौरे पर हैं। सोमवार को राज्य में दस्तक देते ही पीएम के रोड शो में समर्थकों की भारी भीड़ देखने को मिली। पुष्पवर्षा के बीच उन्होंने लोगों का अभिवादन भी स्वीकार किया और बाद में युवम कॉन्क्लेव को भी संबोधित किया। पीएम ने एक तरफ युवाओं की बात की तो विपक्ष पर भी कई सवाल दागे। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने लेफ्ट की सरकार को आईना दिखाने का भी काम किया। प्रधानमंत्री मंगलवार केरल को पहली वंदे भारत ट्रेन की सौगात देंगे।
पीएम मोदी का केरल के युवाओं को संदेश
युवम कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी की सरकार ने हर सेक्टर में युवाओं के लिए अवसर दिए। आत्मनिर्भर भारत मुहिम के जरिए युवाओं को नए मौके मिले। ये बीजेपी की ही सरकार है जो वोकल फॉर लोकल हुई, जिसने स्थानीय उत्पादन को बढ़ाने का काम किया। केरल के युवा भी ये बात समझने लगे हैं कि इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास से ही किसी राज्य का भी विकास होता है। रोजगार के भी नए अवसर पैदा होते हैं। पीएम ने इस बात पर भी जोर दिया कि बीजेपी की ही केंद्र सरकार ने अब केरल के युवाओं के लिए CAPF का एग्जाम मलयालम भाषा में करवा दिया।
प्रधानमंत्री ने दो टूक कहा कि केरल की सरकार युवाओं को रोजगार देने में दिलचस्पी नहीं दिखाती है। लेकिन जहां भी बीजेपी की सरकार है, पूरा प्रयास किया जाता है कि युवाओं को प्राथमिकता दी जाए, उन्हें रोजगार मिले। पीएम ने अपने भाषण में ये भी कहा कि केरल में पर्यटन की अपार संभावनाए हैं, उन्हें उम्मीद है कि दुनिया के अलग-अलग देश से लोग यहां आएंगे। उन्होंने बोला कि केरल की आयुर्वेदिक दवाई भी उसे दूसरों से अलग बनाती है।
सियासी रूप से बीजेपी के लिए जरूरी केरल
कार्यक्रम के दौरान पीएम का एक बड़ा ऐलान पहली वंदे भारत ट्रेन भी रहा। उन्होंने इसे बड़े विकास परियोजना का एक हिस्सा बताया। जानकारी के लिए बता दें कि केरल की पहली वंदे भारत ट्रेन तिरुवनंतपुरम से कासरगोड के बीच चलने वाली है। 26 अप्रैल से ये आम यात्रियों के लिए खोल दी जाएगी। अब कहने को ये एक सरकारी कार्यक्रम रहा जहां पर केरल को सौगात दी गई, लेकिन सियासी तौर पर भी दक्षिण का ये राज्य बीजेपी के लिए बहुत खास है। लंबे समय से पार्टी यहां पर अपना विस्तार करना चाहती है, संघ के कई कार्यकर्ता जमीन पर माहौल बनाने की कोशिश करते हैं। लेकिन फिर भी ज्यादा सफलता नहीं मिली है, ऐसे में अब पीएम मोदी के चेहरे और केंद्र सरकार की विकास योजनाओं के दम पर सियासी फिजा बदलने का प्रयास है।