प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत की G20 अध्यक्षता का विषय ‘वसुधैव कुटुंबकम’ सिर्फ एक नारा नहीं है बल्कि देश का सांस्कृतिक दर्शन है। भारत 9 और 10 सितंबर को प्रगति मैदान में जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है। दुनियाभर के अलग-अलग देशों के प्रमुख दिल्ली पहुंचेंगे। 

न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के साथ एक विशेष इंटरव्यू सेशन में  पीएम मोदी ने कहा, “भारत की G20 अध्यक्षता ने तीसरी दुनिया के देशों में भी विश्वास के बीज बोए हैं।  G20 में अफ्रीका हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है, सभी की आवाजें सुने बिना पृथ्वी की कोई भी भविष्य की योजना सफल नहीं हो सकती।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत के लिए अपने क्षेत्र के हर हिस्से में G20 बैठकें आयोजित करना स्वाभाविक है। अरुणाचल और कश्मीर में G20 बैठक पर पाकिस्तान और चीन की आपत्तियों को खारिज कर दिया गया है।

पीएम मोदी के इंटरव्यू की खास बातें

G20 में अफ्रीकी संघ की सदस्यता के मुद्दे पर प्रधानमंत्री आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे हैं। जून में पीएम मोदी ने G20 नेताओं को पत्र लिखकर अफ्रीकी संघ के अनुसार नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में समूह की पूर्ण सदस्यता की वकालत की थी। 

प्रधानमंत्री मोदी  ने कहा कि सभी क्षेत्रों में लिए गए 20 सदस्यीय G20 के निर्णय दुनिया के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे।

पीएम मोदी ने आगे कहा,“हम अपने G20 प्रेसीडेंसी के बाद भी क्रिएटिव योगदान जारी रखेंगे। दुनिया के सामने महंगाई का प्रमुख मुद्दा है, हम इसे हल करने के लिए सभी देशों का भरोसा हासिल करेंगे।” 

उन्होंने यह भी कहा कि भारत की G20 की अध्यक्षता से कई पॉज़िटिव प्रभाव सामने आ रहे हैं। पीएम ने कहा,”कुछ मेरे दिल के बहुत करीब हैं। चाहे G20 अध्यक्ष के रूप में या नहीं हम दुनिया भर में शांति सुनिश्चित करने के हर प्रयास का समर्थन करेंगे। सब सब जानते हैं कि भारत का प्रोग्रेस अचानक नहीं हुआ है, बल्कि हम एक बेहतरीन रोडमेप के साथ आगे बढ़े हैं।”

“भारत की अर्थव्यवस्था और बेहतर होगी”

पीएम मोदी ने कहा कि भारत की बेहतर अर्थव्यवस्था ने दुनिया को भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा, “ऐसी स्पीड के साथ मैं आश्वस्त हूं कि हम जल्द ही भविष्य में शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में होंगे, मुझे यकीन है कि 2047 तक हमारा देश विकसित देशों में होगा। अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी के बाद दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है।”