प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एक लाख से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपा। सरकार ने इसके लिए देशभर के 46 अलग-अलग स्थानों पर रोजगार मेले का आयोजन किया है। नियुक्ति पत्र सौंपते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम है। इन स्टार्टअप्स के कारण रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं।” उन्होंने कहा कि आज हर युवा जानता है कि अगर वह कड़ी मेहनत करे तो वह अपने लिए जगह बना सकता है। पीएम बोले, “2014 से हम युवाओं को भारत सरकार के साथ जोड़ने और उन्हें विकास में भागीदार बनाने का प्रयास कर रहे हैं। हमने पिछली सरकार की तुलना में डेढ़ गुना अधिक नौकरियां दी हैं।”

भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने पर सरकार का जोर

प्रधानमंत्री ने कहा, ”युवाओं को सरकारी नौकरी देने का काम बहुत तेजी से चल रहा है। पहले की सरकारों के शासनकाल में विज्ञापन से लेकर असल में नौकरी देने तक में बहुत समय लग जाता था। रिश्वतखोरी होती थी। काम में देरी को देखते हुए ऐसा होता है। हमने भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया है…।” रोजगार मेले में केंद्र सरकार के कई मंत्री और सांसद भी मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री बोले- युवाओं में समान अवसर का भरोसा बढ़ा

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पारदर्शिता लायी है और यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि भर्ती समय पर हो। उन्होंने कहा, युवाओं को अब विश्वास है कि उन सभी के पास समान अवसर हैं और वे कड़ी मेहनत और प्रतिभा के माध्यम से सरकारी प्रणाली में अपने लिए जगह पा सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार द्वारा उठाए गए कदम, चाहे वह एक करोड़ घरों के लिए छत पर सौर ऊर्जा की योजना हो या बुनियादी ढांचे में बड़े पैमाने पर निवेश, रोजगार के बहुत सारे अवसर पैदा कर रहे हैं। मोदी ने कहा, सरकार ने स्टार्ट-अप के लिए कर छूट बढ़ा दी है और अनुसंधान और नवाचार के लिए 1 लाख करोड़ रुपये के फंड की घोषणा की है।

इस अवसर पर उन्होंने यहां एकीकृत परिसर “कर्मयोगी भवन” के प्रथम चरण की आधारशिला भी रखी। यह परिसर ‘मिशन कर्मयोगी’ के विभिन्न स्तंभों के बीच सहयोग और तालमेल को बढ़ावा देगा।