प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके सभी कबीना मंत्री जिन खुफिया फोन लाइन्स से बातचीत करते हैं, उनमें धड़ल्ले से सेंध लगाई जा रही है। हाल ही में 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह के आवास पर बिछाई गई इस स्पेशल रैक्स फोन लाइन को पांचवीं बार नुकसान पहुंचाया गया। पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को इस बाबत भारत भूषण ने ई-मेल पर शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसडीओ को भी इसकी खबर की गई, जबकि स्थानीय थाने में मामला दर्ज कराया गया। फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच-पड़ताल कर रही है।
आपको बता दें कि पीएम और कबीना मंत्रियों के अलावा इस लाइन की सेवा चंद खास नौकरशाहों को दी जाती है, लिहाजा सिंह के आवास पर भी इस खुफिया फोन लाइन का सेट-अप किया गया था।
पुलिस के हवाले से ‘टीओआई’ की रिपोर्ट में बताया गया कि सिंह का आवास वसंत कुंज (दक्षिण) के ग्रीन एवेन्यू लेन में है। वह बीते साल अध्यक्ष चुने गए थे। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और बाकी वित्तीय योजना के लिए उन्हें इस टेलीफोन लाइन की सेवा मुहैया कराई गई थी।
शुरुआत में भी इस लाइन को नुकसान पहुंचाया गया, पर उस दौरान इसे छोटी-मोटी घटना मानकर नजरअंदाज कर दिया गया था। हालांकि, बाद में उसे दुरुस्त भी किया गया। लेकिन फिर वैसा ही मामला सामने आया। और अब पांचवीं बार इस लाइन को ब्रेक करने की कोशिश की गई।
क्या होती है स्पेशल रैक्स फोनलाइन?: गुप्त या संवेदनशील मामलों पर बातचीत के लिए इन लाइनों का इस्तेमाल किया जाता है। यह इसलिए भी सुरक्षित मानी जाती हैं, क्योंकि इन पर फोन टैप नहीं किया जा सकता। न ही किसी अन्य तरीके से जासूसी हो सकती है। भारत सरकार के पास ही सिर्फ इन फोन लाइन्स को इस्तेमाल करने का अधिकार होता है।